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ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से सीबीआई की पूछताछ, सवालों के घेरे में ये पांच बिंदू - NEET paper leak case - NEET PAPER LEAK CASE

CBI investigation नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम गहन पूछताछ कर रही है. शनिवार सुबह से ही पेपर लीक मामले में पूर्व से गिरफ्तार 13 अभियुक्तों से सीबीआई की टीम सबूत तलाश रही है. इसीलिए टीम सवालों की लंबी फेहरिस्त लेकर बेऊर केंद्रीय कारा में पहुंची हुई है. पढ़ें, विस्तार से सीबीआई इन आरोपियों से क्या जानना चाहती है.

सीबीआई की जांच.
सीबीआई की जांच. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 29, 2024, 6:50 PM IST

Updated : Jun 29, 2024, 10:27 PM IST

पटना : नीट पेपर लीक केस मामले में सीबीआई एक्शन मोड में आ चुकी है. एक ओर जहां छापेमारी और गिरफ्तारी की जा रही है वहीं दूसरी ओर सीबीआई की टीम आरोपियों से पूछताछ कर नीट के नटरवरलालों से कनेक्शन तलाश रही है. यही वजह है कि गुरुवार को सीबीआई की टीम झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एहसान उल हक को लेकर पटना पहुंची.

पेपर लीक होने का अंदेशा झारखंड के ओएसिस स्कूल से ही जताया जा रहा है, लिहाजा झारखंड से गिरफ्तार चिंटू और मुकेश के सामने आरोपी प्रिंसिपल का सामना कराया गया. सीबीआई के सामने 5 प्रमुख सवाल हैं जो नीट पेपर लीक केस में सीबीआई की टीम जानना चाहती है.

सवाल नंबर-1- रॉकी को कैसे जानते हैं? : सीबीआई ने बेऊर जेल के विशेष कमरे में ओएसिस के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसपल से पूछा कि रॉकी को कैसे जानते हैं? बता दें कि रॉकी मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का भागिना बताया जा रहा है. इसकी सीबीआई को भी तलाश है. रॉकी ने नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र को परीक्षा के पहले लीक करने के साथ-साथ उसे सॉल्वर गैंग के माध्यम से सॉल्व करने का काम किया था. उसके बाद अन्य लोगों को उस सॉल्व किए हुए प्रश्न पत्र को भेजा था. रॉकी पेपर लीक मामले में काफी सक्रिय भूमिका में था. सीबीआई इसी कड़ी को खंगाल रही है.

सवाल नंबर 2- प्रश्न पत्र किस हालत में प्राप्त हुए थेः अब तक जो जानकारी है बॉक्स में प्रश्न पत्र टेंपर्ड होकर स्कूल में पहुंचे थे. ई-रिक्शा के माध्यम से स्कूल तक पहुंचे प्रश्न पत्र को पूर्व में ही लीक किया जा चुका था. स्टील के बक्से वाले प्रश्न पत्र के डिब्बे को परीक्षा माफियाओं ने विशेष तकनीक से काटकर प्रश्न पत्र को उड़ाया था. सीबीआई प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से यह जानना चाहती है कि उन्हें प्रश्न पत्र का डब्बा किस हालत में प्राप्त हुआ था. इस प्रश्न पत्र को लीक करने में उनकी क्या भूमिका रही है.

सवाल नंबर 3- कितने जगह पर प्रश्न पत्र भेजा गया थाः अब तक के अनुसंधान में स्पष्ट है की लीक हुआ हो प्रश्न पत्र ओएसिस स्कूल हजारीबाग का था. प्रश्न पत्र परीक्षा के पहले ही लीक हो चुका था. ऐसे में प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से सीबीआई यह जानना चाहती है कि यह प्रश्न पत्र पटना के लर्न प्ले स्कूल के परीक्षा माफियाओं के सेंटर के अलावा अन्य कितने जगह पर भेजा गया था. इस प्रश्न पत्र के माध्यम से कितने छात्र लाभान्वित हुए हैं.

सवाल नंबर 4- पेपर लीक में संजीव मुखिया की क्या भूमिका हैः नीट परीक्षा के पेपर लीक में जिस मुख्य अभियुक्त संजीव मुखिया का नाम सामने आ रहा है, सीबीआई प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से यह जाने की कोशिश कर रही है कि संजीव मुखिया से उसके संबंध कैसे थे. संजीव मुखिया की इसमें पूरी भूमिका क्या थी. संजीव मुखिया को कब से जानते हैं और इसके पूर्व और किन कारनामों में साथ थे. सीबीआई प्रिंसिपल से यह जानना चाहती है कि संजीव मुखिया के लिए वह किस प्रकार काम करता है. कितने अभ्यर्थियों के लिए यह सेटिंग किया गया था, और उसे कितना फायदा हुआ है.

सवाल नंबर 5- प्रश्न पत्र कब वायरल हुआः अब तक जो जानकारी मिल रही है प्रश्न पत्र चार मई की देर रात तक परीक्षा माफिया के पास आ चुका था. प्रश्न पत्र को विभिन्न सॉल्वर गैंग के माध्यम से सॉल्व कराया गया, जिसे 5 मई को परीक्षा माफिया के पास सुबह में फॉरवर्ड किया गया. नीट के अभ्यर्थियों को जो पेपर लीक के लिए लगे हुए थे उन्हें अहले सुबह पेपर उपलब्ध हुआ. प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से सीबीआई पेपर लीक के टाइमिंग के संबंध में जानकारी प्राप्त चाहती है.

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पटना : नीट पेपर लीक केस मामले में सीबीआई एक्शन मोड में आ चुकी है. एक ओर जहां छापेमारी और गिरफ्तारी की जा रही है वहीं दूसरी ओर सीबीआई की टीम आरोपियों से पूछताछ कर नीट के नटरवरलालों से कनेक्शन तलाश रही है. यही वजह है कि गुरुवार को सीबीआई की टीम झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एहसान उल हक को लेकर पटना पहुंची.

पेपर लीक होने का अंदेशा झारखंड के ओएसिस स्कूल से ही जताया जा रहा है, लिहाजा झारखंड से गिरफ्तार चिंटू और मुकेश के सामने आरोपी प्रिंसिपल का सामना कराया गया. सीबीआई के सामने 5 प्रमुख सवाल हैं जो नीट पेपर लीक केस में सीबीआई की टीम जानना चाहती है.

सवाल नंबर-1- रॉकी को कैसे जानते हैं? : सीबीआई ने बेऊर जेल के विशेष कमरे में ओएसिस के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसपल से पूछा कि रॉकी को कैसे जानते हैं? बता दें कि रॉकी मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का भागिना बताया जा रहा है. इसकी सीबीआई को भी तलाश है. रॉकी ने नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र को परीक्षा के पहले लीक करने के साथ-साथ उसे सॉल्वर गैंग के माध्यम से सॉल्व करने का काम किया था. उसके बाद अन्य लोगों को उस सॉल्व किए हुए प्रश्न पत्र को भेजा था. रॉकी पेपर लीक मामले में काफी सक्रिय भूमिका में था. सीबीआई इसी कड़ी को खंगाल रही है.

सवाल नंबर 2- प्रश्न पत्र किस हालत में प्राप्त हुए थेः अब तक जो जानकारी है बॉक्स में प्रश्न पत्र टेंपर्ड होकर स्कूल में पहुंचे थे. ई-रिक्शा के माध्यम से स्कूल तक पहुंचे प्रश्न पत्र को पूर्व में ही लीक किया जा चुका था. स्टील के बक्से वाले प्रश्न पत्र के डिब्बे को परीक्षा माफियाओं ने विशेष तकनीक से काटकर प्रश्न पत्र को उड़ाया था. सीबीआई प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से यह जानना चाहती है कि उन्हें प्रश्न पत्र का डब्बा किस हालत में प्राप्त हुआ था. इस प्रश्न पत्र को लीक करने में उनकी क्या भूमिका रही है.

सवाल नंबर 3- कितने जगह पर प्रश्न पत्र भेजा गया थाः अब तक के अनुसंधान में स्पष्ट है की लीक हुआ हो प्रश्न पत्र ओएसिस स्कूल हजारीबाग का था. प्रश्न पत्र परीक्षा के पहले ही लीक हो चुका था. ऐसे में प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से सीबीआई यह जानना चाहती है कि यह प्रश्न पत्र पटना के लर्न प्ले स्कूल के परीक्षा माफियाओं के सेंटर के अलावा अन्य कितने जगह पर भेजा गया था. इस प्रश्न पत्र के माध्यम से कितने छात्र लाभान्वित हुए हैं.

सवाल नंबर 4- पेपर लीक में संजीव मुखिया की क्या भूमिका हैः नीट परीक्षा के पेपर लीक में जिस मुख्य अभियुक्त संजीव मुखिया का नाम सामने आ रहा है, सीबीआई प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से यह जाने की कोशिश कर रही है कि संजीव मुखिया से उसके संबंध कैसे थे. संजीव मुखिया की इसमें पूरी भूमिका क्या थी. संजीव मुखिया को कब से जानते हैं और इसके पूर्व और किन कारनामों में साथ थे. सीबीआई प्रिंसिपल से यह जानना चाहती है कि संजीव मुखिया के लिए वह किस प्रकार काम करता है. कितने अभ्यर्थियों के लिए यह सेटिंग किया गया था, और उसे कितना फायदा हुआ है.

सवाल नंबर 5- प्रश्न पत्र कब वायरल हुआः अब तक जो जानकारी मिल रही है प्रश्न पत्र चार मई की देर रात तक परीक्षा माफिया के पास आ चुका था. प्रश्न पत्र को विभिन्न सॉल्वर गैंग के माध्यम से सॉल्व कराया गया, जिसे 5 मई को परीक्षा माफिया के पास सुबह में फॉरवर्ड किया गया. नीट के अभ्यर्थियों को जो पेपर लीक के लिए लगे हुए थे उन्हें अहले सुबह पेपर उपलब्ध हुआ. प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल से सीबीआई पेपर लीक के टाइमिंग के संबंध में जानकारी प्राप्त चाहती है.

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Last Updated : Jun 29, 2024, 10:27 PM IST
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