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संदेशखाली में ही कैंप ऑफिस खोलेगी CBI, कैंप की सुरक्षा के लिए CRPF की 2 प्लाटून रहेगी तैनात - CBI camp office in Sandeshkhali - CBI CAMP OFFICE IN SANDESHKHALI

CBI camp office in Sandeshkhali : सीबीआई इस बार संदेशखाली में डेरा डालने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अन्य सीबीआई अधिकारी भी वहां मौजूद रहेंगे. जानें क्या है पूरा मामला...

CBI camp office in Sandeshkhal
संदेशखाली में ही कैंप ऑफिस खोलेगी CBI (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 17, 2024, 6:46 PM IST

कोलकाता: न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भूमि कब्जा, जबरन वसूली और महिलाओं के यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में एक कैंप ऑफिस खोलेगी. पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम ने शुक्रवार को पूर्वी मिदनापुर में 2 टीएमसी नेताओं के घर छापेमारी की. सूत्रों ने कहा कि कैंप ऑफिस की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की दो प्लाटून संदेशखाली में तैनात की जाएगी.

कैंप ऑफिस खोलने से जांच की गति में तेजी आएगी. सीबीआई अधिकारियों को रोजाना कोलकाता से संदेशखाली आना-जाना नहीं पड़ेगा. इससे स्थानीय लोग शिकायत दर्ज करा सकते हैं, खास कर वो लोग जो ईमेल से शिकायत दर्ज नहीं करा पाते. स्थानीय लोग कोलकाता जाने के बजाय कैंप ऑफिस में ही अपनी शिकायतें ले कर आ सकते हैं. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि शिकायतों को भौतिक रूप से दाखिल करने की प्रक्रिया के अलावा ई-फाइलिंग की व्यवस्था भी जारी रहेगी.

साथ ही, सीबीआई अधिकारी कैंप ऑफिस में ही गवाहों या संदिग्धों से पूछताछ कर सकेगी. सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय इन आरोपों के बाद लिया गया है कि स्थानीय महिलाओं पर यौन उत्पीड़न की शिकायतें वापस लेने का दबाव है. चूंकि सीबीआई अधिकारी ग्राउंड जीरो से काम करेंगे, इससे पीड़ितों के बीच विश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी, जबकि पीड़ितों को होने वाले खतरों से भी काफी हद तक बचा जा सकेगा.

सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय सीबीआई कैंप की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की 2 प्लाटून तैनात करेगा. हालांकि राज्य पुलिस इससे पहले भी संदेशखाली में कैंप बनाकर स्थानीय लोगों की शिकायतें सुन चुकी है. अब वह काम सीबीआई के अधिकारी करने जा रहे हैं. हालांकि, विपक्ष ने लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के इस कदम का विरोध किया है. विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी ने चुनाव में बिना कोई मुद्दा मिले संदेशखाली की धरती पर कब्जा कर गंदी राजनीति की है.

कैंप कार्यालय खोलने की पहल : अनगिनत शिकायतों की जांच के लिए सीबीआइ ने कैंप कार्यालय खोला है. धमाखली में भारतीय स्टेट बैंक शाखा कार्यालय वाली इमारत को सीबीआई कैंप कार्यालय के लिए चुना गया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, संदेशखलीकांड की जांच में अब तक उन्हें कुल 900 शिकायतें सौंपी गई हैं. केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक, कई ग्रामीण ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज नहीं करा पाते हैं.

इसके अलावा कोलकाता के निजाम पैलेस ऑफिस से रोजाना आने-जाने में भी काफी समय बर्बाद होता है. ऐसे में सीबीआई ने जांच को आगे बढ़ाने के लिए संदेशखाली में एक कैंप कार्यालय स्थापित करने का फैसला किया है. केंद्रीय खुफिया एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ की एक प्लाटून को फिलहाल संदेशखाली सीबीआई कैंप कार्यालय में तैनात किया जाएगा.

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कोलकाता: न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भूमि कब्जा, जबरन वसूली और महिलाओं के यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में एक कैंप ऑफिस खोलेगी. पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम ने शुक्रवार को पूर्वी मिदनापुर में 2 टीएमसी नेताओं के घर छापेमारी की. सूत्रों ने कहा कि कैंप ऑफिस की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की दो प्लाटून संदेशखाली में तैनात की जाएगी.

कैंप ऑफिस खोलने से जांच की गति में तेजी आएगी. सीबीआई अधिकारियों को रोजाना कोलकाता से संदेशखाली आना-जाना नहीं पड़ेगा. इससे स्थानीय लोग शिकायत दर्ज करा सकते हैं, खास कर वो लोग जो ईमेल से शिकायत दर्ज नहीं करा पाते. स्थानीय लोग कोलकाता जाने के बजाय कैंप ऑफिस में ही अपनी शिकायतें ले कर आ सकते हैं. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि शिकायतों को भौतिक रूप से दाखिल करने की प्रक्रिया के अलावा ई-फाइलिंग की व्यवस्था भी जारी रहेगी.

साथ ही, सीबीआई अधिकारी कैंप ऑफिस में ही गवाहों या संदिग्धों से पूछताछ कर सकेगी. सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय इन आरोपों के बाद लिया गया है कि स्थानीय महिलाओं पर यौन उत्पीड़न की शिकायतें वापस लेने का दबाव है. चूंकि सीबीआई अधिकारी ग्राउंड जीरो से काम करेंगे, इससे पीड़ितों के बीच विश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी, जबकि पीड़ितों को होने वाले खतरों से भी काफी हद तक बचा जा सकेगा.

सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय सीबीआई कैंप की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की 2 प्लाटून तैनात करेगा. हालांकि राज्य पुलिस इससे पहले भी संदेशखाली में कैंप बनाकर स्थानीय लोगों की शिकायतें सुन चुकी है. अब वह काम सीबीआई के अधिकारी करने जा रहे हैं. हालांकि, विपक्ष ने लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के इस कदम का विरोध किया है. विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी ने चुनाव में बिना कोई मुद्दा मिले संदेशखाली की धरती पर कब्जा कर गंदी राजनीति की है.

कैंप कार्यालय खोलने की पहल : अनगिनत शिकायतों की जांच के लिए सीबीआइ ने कैंप कार्यालय खोला है. धमाखली में भारतीय स्टेट बैंक शाखा कार्यालय वाली इमारत को सीबीआई कैंप कार्यालय के लिए चुना गया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, संदेशखलीकांड की जांच में अब तक उन्हें कुल 900 शिकायतें सौंपी गई हैं. केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक, कई ग्रामीण ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज नहीं करा पाते हैं.

इसके अलावा कोलकाता के निजाम पैलेस ऑफिस से रोजाना आने-जाने में भी काफी समय बर्बाद होता है. ऐसे में सीबीआई ने जांच को आगे बढ़ाने के लिए संदेशखाली में एक कैंप कार्यालय स्थापित करने का फैसला किया है. केंद्रीय खुफिया एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ की एक प्लाटून को फिलहाल संदेशखाली सीबीआई कैंप कार्यालय में तैनात किया जाएगा.

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