अमृतसर: स्वर्ण मंदिर में फैशन डिजाइनर और लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना को योग करना भारी पड़ गया है. योग करने और तस्वीरों को सोशल मीडिया में साझा किए जाने के बाद मामला शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी तक पहुंचा और एसजीपीसी की ओर से मकवाना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. उन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है. हालांकि, अर्चना मकवाना ने इसके लिए माफी मांगते हुए कहा है कि उनका कभी भी किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार को स्वर्ण मंदिर पहुंचीं अर्चना मकवाना ने परिक्रमा पथ पर योग किया था. इसको लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने कर्तव्य निर्वहन ठीक से नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपने तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है. इस संबंध में एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि अर्चना मकवाना के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस आयुक्त को शिकायत दी गई है.
उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि किसी को भी स्वर्ण मंदिर में सिख आचरण के खिलाफ हरकत करने की इजाजत नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर इस पवित्र स्थान की पवित्रता और ऐतिहासिक महत्व को दरकिनार कर इस तरह की हरकतें करते हैं. धामी ने कहा कि इस हरकत से सिखों की भावनाओं और मर्यादा को ठेस पहुंची है, इस वजह से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है.
दूसरी तरफ अपने 'इंस्टाग्राम' हैंडल पर एक पोस्ट में अर्चना मकवाना ने माफी मांगते हुए कहा है कि मैंने किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से कुछ पोस्ट नहीं किया था. मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि गुरुद्वारा साहिब परिसर में योग का अभ्यास करना कुछ लोगों के लिए अपमानजनक हो सकता है. मेरा किसी को आहत करने का कोई इरादा नहीं था. मकवाना ने कहा कि मैं ईमानदारी पूर्वक माफी मांगती हूं तथा भविष्य में और अधिक सावधानी बरतने का वादा करती हूं. कृपया मेरी माफी स्वीकार करें.
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