रायपुर: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में चुनावी भोंपू अब बंद हो गया है. रविवार शाम को पांच बजे मतदान थम गया. अब सभी राजनीतिक दल डोर टू डोर प्रचार कर सकते हैं. छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण के चुनाव प्रचार में सियासी पारा बेहद हाई रहा. यहां भ्रष्टाचार, संविधान में बदलाव, कोटा छीनने, विरासत पर कर, उद्योगपतियों का समर्थन, चुनावी बॉन्ड, जाति सर्वे, किसानों की ऋणमाफी, बेरोजगारी, महंगाई और नक्सलवाद जैसे मुद्दे छाए रहे.
तीसरे दौर के प्रचार में दिग्गजों ने ठोकी ताल: तीसरे दौर के प्रचार में बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से दिग्गज नेताओं ने ताल ठोकी. बीजेपी की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुनावी प्रचार की कमान संभाली. सीएम विष्णुदेव साय सहित कई बड़े नेता भी चुनाव प्रचार करते दिखे. जबकि कांग्रेस की तरफ से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और भूपेश बघेल ने चुनावी प्रचार को धार दी.
बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान पर सीएम साय ने क्या कहा: बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान पर सीएम साय ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि" 20 मार्च से 4 मई तक हमने 64 बड़े अभियान चलाए हैं. पांच मई को दो प्रचार अभियान चलाए गए. पिछले 45 दिनों में मुझे 106 से अधिक बार लोगों से मिलने का अवसर मिला. पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव प्रचार के लिए राज्य का दौरा किया. उन्होंने पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार की उपलब्धियों के साथ-साथ हमारी सरकार के तीन महीनों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला"
इन सात सीटों पर होगा मतदान: छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में जीन सात सीटों पर चुनाव होना है. उनमें रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर चांपा, रायगढ़ और सरगुजा सीटें शामिल हैं. जिन सात सीटों पर 7 मई को मतदान होगा, उनमें 168 उम्मीदवार चुनावी लड़ाई में हैं. इन सात सीटों पर चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 1,39,01,285 मतदाता हैं, जिनमें 69,33,121 पुरुष, 69,67,544 महिलाएं और तीसरे लिंग के 620 वोटर्स शामिल हैं. जबकि18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 3,98,416 है."सात निर्वाचन क्षेत्रों में 15,701 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. सभी सात सीटों पर मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक है. रायपुर में सबसे ज्यादा 38 उम्मीदवार हैं, इसके बाद बिलासपुर में 37, कोरबा में 27 उम्मीदवार हैं. दुर्ग में 25, जांजगीर-चांपा में 18, रायगढ़ में 13 और सरगुजा में 10 उम्मीदवार हैं. इन सातों सीटों पर सिक्योरिटी फोर्स की कुल 202 कंपनियां तैनात की गई हैं.
मुंगेली में चुनाव अधिकारियों ने की तैयारी: मुंगेली में चुनाव अधिकारियों ने चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की. कलेक्टर कार्यालय में चुनाव अधिकारियों ने सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम का निरीक्षण किया. उसके बाद शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश दिए. प्रेक्षकों ने चातरखार स्थित स्ट्रांग रूम में सुरक्षा व्यवस्था, कैमरा इंस्टॉलेशन, पार्किंग आदि व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. प्रेक्षक अभय ए. महाजन ने वाहन व्यवस्था एवं रूटचार्ट के संबंध में जानकारी ली और मतदानकर्मियों को कई निर्देश दिए.
सात सीटों पर किनके बीच है मुकाबला: इन सातों सीटों की बात की जाए तो मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है.
रायपुर लोकसभा सीट: रायपुर लोकसभा सीट सबसे हाई प्रोफाइल सीट है. इस सीट पर बीजेपी के बृजमोहन अग्रवाल का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय से है. बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ बीजेपी के दिग्गज नेता माने जाते हैं. जबकि विकास उपाध्याय कांग्रेस के युवा और तेज तर्रार नेताओं मे से एक हैं.
कोरबा लोकसभा सीट: कोरबा लोकसभा सीट पर बीजेपी की सरोज पांडे का मुकाबला कांग्रेस की ज्योत्सना महंत से है. कोरबा में भाजपा ने महिला नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पांडे को नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की पत्नी और कांग्रेस की मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत के खिलाफ मैदान में उतारा है. कोरबा में दोनों ही महिला प्रत्याशी मैदान में हैं. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है.
दुर्ग का दंगल: दुर्ग लोकसभा सीट के दंगल की बात करें तो यहां बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने युवा नेता राजेंद्र साहू को मैदान में उतारा है. यहां ओबीसी वोट बैंक सबसे ज्यादा निर्णायक स्थिति में है.
बिलासपुर की बिसात: बिलासपुर लोकसभा सीट की बात करें तो बिलासपुर के दंगल में बीजेपी ने तोखन साहू पर भरोसा जताया. तोखन साहू के खिलाफ काग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक देवेंद्र यादव को मैदान में उतारा है. देवेंद्र यादव भिलाई से कांग्रेस के विधायक हैं.
रायगढ़ का रण: रायगढ़ के रण की बात करे तो यहां बीजेपी के राधेश्याम राठिया चुनावी ताल ठोक रहे हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस की तरफ से डॉक्टर मेनका देवी सिंह मैदान में है. मेनका देवी सिंह शाही परिवार से आती हैं.
जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा लोकसभा सीट एससी आरक्षित सीट है. यहां से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री शिव डहरिया को मैदान में उतारा है. जबकि भाजपा की तरफ से महिला नेता कमलेश जांगड़े चुनावी जंग में हैं.
सरगुजा लोकसभा सीट: सरगुजा लोकसभा सीट पर बीजेपी के चिंतामणि महाराज और कांग्रेस की शशि सिंह के बीच टक्कर है. चिंतामणि महाराज 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था. जबकि शशि सिंह को राहुल गांधी कैंप का लीडर माना जाता है.
बीते लोकसभा चुनाव के नतीजों पर एक नजर: बीते तीन लोकसभा चुनाव की बात करें तो छत्तीसगढ़ में साल 2004, 2009 और 2014 में बीजेपी ने 11 में से 10 सीटें जीती थी. जबकि साल 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 11 सीटों में से 9 सीटें जीती थी. कांग्रेस को दो सीटों कोरबा और बस्तर पर जीत मिली थी.