दौसा. दौसा के नांदरी में रविवार शाम को हुई महापंचायत में कैबिनेट मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना का एक बयान प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का मुद्दा बन गया है. यहां डॉक्टर किरोडी लाल मीना ने सार्वजनिक रूप से अपना पद छोड़ने की बात कही. डॉ. मीना ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में दौसा संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रहे कन्हैया लाल मीणा अगर जीत हासिल नहीं करते हैं, तो वह अपना मंत्री पद छोड़ देंगे. इस बयान के साथ मीना ने यह भी दावा किया कि दौसा से भारतीय जनता पार्टी बड़े अंतर के साथ जीत हासिल करने जा रही है. मीना ने कहा कि मैंने जो वादा कन्हैया लाल मीणा और मोदी जी से किया है, उसके लिए चाहे मेरी शहीदी एक बार फिर हो जाए, मैं बलिदान देने के लिए तैयार हूं. किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि अगर चुनाव हारे तो वह सड़क पर खड़े हो जाएंगे.
कड़े मुकाबले में दौसा में फंसी है भाजपा : पूर्वी राजस्थान की गुर्जर और मीणा बाहुल्य मतदाताओं की संसदीय सीट दौसा एसटी के लिए रिजर्व है. यहां की महवा विधानसभा से मीना के भतीजे राजेंद्र मीना भाजपा के विधायक हैं, वहीं खुद किरोड़ी लाल मीना सवाई माधोपुर से जीत कर विधानसभा पहुंचे थे. लोक सभा चुनाव के दौरान आयोजित रोड शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ किरोड़ी लाल मीना ने इस सीट पर जमकर प्रचार किया था. कांग्रेस के प्रत्याशी मुरारी लाल मीणा जो कि वर्तमान में दौसा से विधायक भी हैं, यहां भाजपा के प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा को कड़ी चुनौती दे रहे हैं. ऐसे में इस सीट पर जीत हार का सवाल डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना की प्रतिष्ठा और सियासी भविष्य से भी जोड़कर देखा जा रहा है. दूसरी और कांग्रेस में मुरारी लाल मीणा की जीत हार को वरिष्ठ नेता सचिन पायलट की प्रतिष्ठा का मुद्दा माना जा रहा है.
पहले भी मीना जता चुके हैं नाराजगी : दौसा लोक सभा सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान कई मर्तबा किरोड़ी लाल मीना के बयान वायरल हुए थे. इनमें बस्सी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा के दौरान भीड़ नहीं जुटने पर नाराज होकर मीना मंच से रुखसत होते हुए भी नजर आए थे. नांदरी में आयोजित महापंचायत के दौरान भी मीना यह कहते हुए नजर आते हैं कि मैं वोट बैंक की राजनीति नहीं कर रहा हूं, आप लोगों पर मेरी अपील का कोई असर नहीं पड़ा था. ऐसे में माना जा रहा है कि दौसा सीट के परिणाम को लेकर खुद किरोड़ी लाल मीना भी आशंकित हैं.