हैदराबाद: आज के दौर में लोगों की इच्छा रहती है कि वे अपने सपनों के घर में रहें. वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं कि पूरा जीवन किराए के घर में निकाल देते हैं. आज इसी विषय पर बात करेंगे कि क्या आज के दौर में अपना घर खरीदना चाहिए? या किराये के घर में ही जीवन बिता देना चाहिए. दरअसल घर खरीदने या अपना घर बनाने के लिए बहुत सारे पैसे की जरूरत होती है. जो हर किसी के लिए जुटाना संभव नहीं होता. इससे इतर लोग सोचते हैं कि आसानी से किराया देकर बिना जिम्मेदारी के रहा जा सकता है.
खुद का घर बनाम किराये का घर
लोगों की आर्थिक स्थिति के आधार पर उनकी प्राथमिकताएं भी अलग-अलग होती हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक किराए पर रहने की तुलना में अपने घर का मालिक होना आर्थिक रूप से अधिक फायदेमंद है.
जैसे चाहो जियो!
अपने घर के फायदे अलग हैं. यह घर सुकून के साथ-साथ परिवार को सुरक्षा भी प्रदान करता है. यह लंबे समय तक एक महत्वपूर्ण संपत्ति बन जाती है. अपने घर में लोग अपनी मर्जी से रहते हैं, खाते हैं, पीते हैं. किसी बात की कोई टेंशन नहीं. इसके विपरीत यदि आप किराये के घर में रहते हैं, तो हमें वैसे ही रहना होगा जैसा मालिक को पसंद हो. जब उन्हें मकान खाली करने की जरूरत होगी तो आपसे फौरन मकान खाली करने को कहेंगे. यदि किराया ज्यादा है, तो हमें अपने खर्चों को कम करना होगा. यह वास्तव में लोगों के स्वतंत्र जीवन पर प्रश्न चिह्न लगाता है.
वित्तीय सहायता!
अपना घर जो आपके परिवार को खुशियां देते हैं और आपात स्थिति में आपको वित्तीय सुरक्षा भी प्रदान करता हैं. आपको जब जरूरत हो तो उसे किराए पर भी उठा सकते हैं और आमदनी प्राप्त कर सकते हैं. अगर कोई बड़ा संकट आ जाए तो आप अपने मकान को बेचकर आए संकट को निपटा सकते हो.
इसके कई फायदे हैं!
मकान मालिक होने से एक ओर जहां आपकी वित्तीय स्थिरता बढ़ती है तो दूसरी ओर आपके निवेश क्षमता को भी बढ़ावा मिलता है. इसके अलावा, इससे टैक्स लाभ भी मिलता है. आइए अब मकान मालिक होने के महत्वपूर्ण लाभों पर एक नजर डालें.
1. मकान एक दीर्घकालिक निवेश
अपना घर खरीदना या बनाना दीर्घकालिक निवेश के अंतर्गत आता है. भविष्य में घर की कीमतें निश्चित तौर पर बढ़ती हैं. इसलिए एक घर के मालिक के रूप में आपको बेहतर वित्तीय स्थिरता और लाभ मिलता है.
2. घरेलू रखरखाव की लागत तय
जिनके पास अपना घर है उनके लिए घर के रखरखाव की लागत बहुत मायने रखती है. वहीं, यदि किराए के मकान में रहते हैं, तो हर साल किराया बढ़ने की टेंशन रहती है. इससे आपको दूसरों खर्चों में कटौती करनी पड़ सकती है. इसके अलावा, बढ़ती महंगाई भी उन्हें आर्थिक रूप से परेशान करेगी.
3. घर का मालिक होने से वित्तीय स्थिरता आती है
घर का मालिक होने से आपको बेहतर वित्तीय स्थिरता मिलती है. समाज में सम्मान भी मिलता है. इसके साथ-साथ मन को कहीं न कहीं शांति अवश्य मिलती है. समय के अनुसार घर में कुछ परिवर्तन करना हो तो आप अपने मनमाफिक करवा सकते हैं. किराये के मकान में रहने वालों के पास ऐसी कोई सुविधा नहीं है.
4. घर के स्वामित्व से कोई सिरदर्द नहीं
जो लोग किराये के मकान में रहते हैं उनके सिरदर्द ऐसे होते हैं जिनका समाधान मकान मालिक नहीं कर पाता. आप चाहें या न चाहें, आपको मकान मालिक द्वारा लगाई गई शर्तें माननी होंगी. यदि घर में कोई परिवर्तन करना चाहते हैं तो आपको मकान मालिक से पहले परमीशन लेनी होगी वरना आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
5. टैक्स बेनिफिट्स
अगर आप होम लोन लेकर घर खरीदते हैं तो आपको टैक्स में छूट जरूर मिलेगी. खासतौर पर आयकर अधिनियम की धारा 24(बी) और धारा 80सी के तहत घर के मालिक को टैक्स लाभ मिलता है. परिणामस्वरूप अप्रत्यक्ष रूप से आपकी बचत भी बढ़ सकती है.
6. किराये के रूप में आमदनी
यदि आप अपना घर किसी को किराए पर देते हैं, तो आपको निश्चित रूप से होम रेंट के रूप में आय प्राप्त होगी. यह आपके लिए आय के एक स्थिर स्रोत के रूप में काम करेगा.
7. युवाओं के लिए रिटायरमेंट प्लान
कम उम्र में अपना घर खरीदने से भी आप रिटायरमेंट प्लान बना सकते हैं. बता दें, कम उम्र में होम लोन लेने से रिटायरमेंट के समय तक लोन की सभी किस्तें चुका दी जाती हैं. तो आप एक सुनहरे रिटायर्ड जीवन का आनंद ले सकते हैं.
8. भावी पीढ़ियों के लिए वित्तीय सुरक्षा
अपना खुद का घर बनाकर आप अपने आने वाली पीढ़ी के लिए वित्तीय सुरक्षा बन जाते हैं. इस तरह आपकी विरासत पीढ़ियों तक चलती रहेगी.
9. आत्म-संतुष्टि
घर का मालिक होने से न केवल वित्तीय लाभ होता है, बल्कि आत्म-संतुष्टि और मानसिक शांति भी मिलती है. गुणवत्तापूर्ण जीवन देता है.
नोट: यह सिर्फ जागरूकता के लिए है. संपूर्ण विवरण के लिए अपने निजी वित्तीय पेशेवर से परामर्श करना उचित है.