लखनऊ: यूपी की 25 लोकसभा सीटों और 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा आज हो जाएगी. माना जा है कि प्रयागराज समेत कई सीटों पर बदलाव तय है. इसके साथ ही पीलीभीत और सुल्तानपुर सीट को लेकर बना सस्पेंस भी खत्म हो जाएगा. कई बड़े नाम प्रत्याशियों की सूची में शामिल हो सकते हैं. इनमें नुपुर शर्मा और अरुण गोविल का नाम चर्चा में है. अरुण गोविल के मेरठ से लड़ने की चर्चा है.
![भाजपा की सूची में इनक चेहरों की दावेदारी को लेकर लगाए जा रहे कयास.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-03-2024/21018631_bjp01.jpg)
दिल्ली में यूपी बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक सोमवार को पूरी हुई. जिसमें प्रत्याशियों के नाम तय होने के बाद पार्लियामेंट्री बोर्ड के पास भेज दिए गए. देर रात हुई बोर्ड की बैठक में पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह ने इस पर अंतिम मुहर लगा दी है. कुछ घंटे बाद उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए जाएंगे. अनुमान लगाया जा रहा है कि BJP अभी सभी 25 सीटों पर अपने पत्ते नहीं खोलेगी. कुछ नामों पर अभी पेच फंसा है. इस बीच मेरठ से चर्चित टीवी सीरियल रामायण के 'राम' अरुण गोविल का नाम तेजी से उभरकर सामने आया है. उन्हें मेरठ से उतारे जाने की चर्चा चल रही है.
सूची में होंगे चौंकाने वाले नाम
BJP की अगली सूची में उत्तर प्रदेश में चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं. रामायण के राम अरुण गोविल को पश्चिम उत्तर प्रदेश की किसी सीट से टिकट मिलने के कयास हैं. चर्चा मेरठ से उम्मीदवारी की ज्यादा है. जबकि आजमगढ़ की लालगंज लोकसभा सीट से सांसद रहीं संगीता आजाद भाजपा की अगली सूची में जगह पा सकती हैं. यूपी के एक कद्दावर मंत्री भी टिकट लेकर चुनाव लड़ सकते हैं. फिलहाल अगले कुछ घंटे की बात है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड ने भाजपा की अगली सूची पर मोहर लगा दी है. बस अब इसके जारी होने का इंतजार बाकी रह गया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि मां-बेटे मेनका गांधी और वरुण पर पार्टी फिर भरोसा जताती है या नहीं? माना जा रहा है की इनकी सीट तो बदलनी लगभग तय है. इसी तरह से केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह को भी गाजियाबाद की जगह किसी और सीट से उतरा जा सकता है.
दोपहर बाद आएगी सूची
बता दें कि उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की मीटिंग सोमवार को दिल्ली में हुई थी. जहां यूपी के बच्चे हुए 25 टिकट के संबंध में कोर कमेटी ने अपना प्रस्ताव केंद्रीय चुनाव संचालन समिति के समक्ष पेश किया था. इसके बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय चुनाव संचालन समिति और पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग हुई थी. टिकट पर मोहर लगा दी गई. है सूत्रों ने बताया कि दोपहर बाद तक सूची जारी की जाएगी.
बताया जा रहा है कि यूपी की सभी 25 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फिलहाल घोषित नहीं किए जाएंगे. अभी आधे टिकट ही दिए जाने के आसार हैं. उनमें से अधिकांश वे सीटें होंगी, जहां पहले चरण में मतदान होना है. पीलीभीत की महत्वपूर्ण सीट भी इसमें शामिल है. जहां से वरुण गांधी वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं. ऐसे ही कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले लिए जा चुके हैं. जिनका खुलासा दोपहर बाद तक होने की संभावना है.
इन सीटों पर उम्मीदवारी का आज फैसला
मेरठ- पश्चिमी की मेरठ सीट तेजी से सुर्खियों में आई है. पहले यहां से भाजपा के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत बाजपेयी का नाम चर्चा में था. अब अचानक रामायण के राम अरुण गोविल को टिकट दिए जाने की बात कही जा रही है. इस सीट पर अगले कुछ ही घंटे में तय हो जाएगा कि चुनाव कौन लड़ेगा.
पीलीभीत : पीलीभीत को लेकर चल रहा सस्पेंस आज खत्म हो जाएगा. वरुण के बगावती तेवर को देखते हुए कयास लग रहे थे कि इस बार उनको टिकट नहीं मिलेगा. उनकी जगह लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद का नाम तेजी से चल रहा था. मगर अब हालात बदल रहे हैं. वैसे जितिन प्रसाद 4 लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की स्थिति में हैं, जिसमें पीलीभीत शाहजहांपुर, लखीमपुर और धौरहरा थी. जिसमें पीलीभीत से ही टिकट नहीं बंट सका है.
सुल्तानपुर : इसी तरह सुल्तानपुर लोकसभा सीट से मेनका गांधी अभी सांसद हैं. इस सीट से इनका टिकट कट जाने की चर्चा है. ऐसे में लखनऊ के सरोजनी नगर से विधायक राजेश्वर सिंह का नाम चल रहा है. इसके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला भी टिकट मांग रहे हैं.
बरेली : संतोष गंगवार वरिष्ठ नेता और सात बार के सांसद हैं. वे केंद्र में मंत्री भी थे. उनको मंत्री पद से किनारे किया गया था. बरेली में इस बार भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी बदलकर संतोष गंगवार को किसी संवैधानिक पद पर बैठा सकती है. यहां से फिलहाल किसी नाम की चर्चा नहीं है.
कानपुर : कानपुर लोकसभा सीट पर सत्यदेव पचौरी और सतीश महाना के बीच टिकट की जंग है. ऐसे में सत्यदेव पचौरी की उम्र का हवाला देकर उनका टिकट कटने की बात की जा रही थी. उनके लिए भी कोई संवैधानिक पद सुरक्षित किया जा सकता है. यहां उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और लोक गायिका मालिनी अवस्थी का नाम भी चल रहा है. मगर सत्यदेव पचौरी अब भारी नजर आ रहे हैं.
गाजियाबाद : गाजियाबाद में जनरल वीके सिंह का टिकट बदला जा सकता है. उनकी जगह इस सीट पर कोई नया नाम आएगा. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी सुरेश रैना का नाम चर्चा में है.
रायबरेली : रायबरेली सीट पर बीजेपी से मनोज पांडेय, मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की चर्चा है. नूपुर शर्मा को भी अवसर मिल सकता है. यह भी संभव है कि कोई बड़ा नाम बाहर से आ जाए.
कैसरगंज: इस सीट से कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और विवादित रहे बृजभूषण शरण सिंह सांसद हैं. माना जा रहा है कि उनका टिकट कटेगा मगर उम्मीद की जा रही है कि उनकी पत्नी केतकी सिंह को यहां टिकट दिया जाए. बृजभूषण शरण सिंह की पत्नी केतकी सिंह पहले भी इस क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं.
अलीगढ़ : अलीगढ़ से सांसद सतीश गौतम के पक्ष में माहौल नहीं बताया जा रहा है. यहां भी टिकट में बड़ा बदलाव हो सकता है. माना जा रहा है कि मथुरा सीट से विधायक श्रीकांत शर्मा को टिकट मिल सकता है.
प्रयागराज : प्रयागराज से रीता बहूगुणा जोशी का टिकट कट सकता है. उनकी जगह उद्योग मंत्री की पत्नी महापौर अभिलाषा नंदी को उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
देवरिया : देवरिया लोकसभा सीट का टिकट भी अभी रुका हुआ है. यहां से रमापति राम त्रिपाठी के टिकट को लेकर पहले शंका थी मगर अब एक राष्ट्रीय स्तर के नेता की पैरोकारी के चलते उनका नाम लगभग फाइनल बताया जा रहा है.
विधनासभा उप चुनाव में इनके नाम की चर्चा
ददरौल -अरविंद सिंह
गैसड़ी -शैलेश सिंह शैलू
लखनऊ- पूर्व, अमित टंडन, ओपी श्रीवास्तव या हीरो बाजपेई
दुद्धि - श्रवण गोंड
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