नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा चुनाव 2024 के बीच भारतीय सेना पर टिप्पणी कर 'फंस' गए हैं. भाजपा ने बुधवार को चुनाव आयोग से राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत की और सेना पर टिप्पणी के लिए उनपर कड़ी कार्रवाई की मांग की. दरअसल, राहुल गांधी ने हाल ही में रायबरेली में एक चुनावी रैली में सेना भर्ती के लिए अग्निपथ योजना को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कथित तौर पर कहा था कि मोदी सरकार ने सैनिकों की दो श्रेणियां बनाई हैं. एक में गरीब परिवारों और आरक्षित वर्गों के लोग और दूसरे में अमीर परिवारों के लोग शामिल हैं.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की इस टिप्पणी को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, राजीव चंद्रशेखर, भाजपा के मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई.
आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद जयशंकर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने कहा था कि पीएम मोदी ने दो तरह के सैनिक बनाए हैं, एक में उन लोगों के बेटे शामिल हैं हैं, जो गरीब हैं और दलित, आदिवासी, पिछड़े, सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग व अल्पसंख्यक हैं. जबकि दूसरे में अमीरों के बेटे शामिल हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह झूठ है और हमारे सशस्त्र बलों को निशाना बनाया गया है. राहुल गांधी इसे विवाद का विषय बनाना चाहते हैं और सशस्त्र बलों का मनोबल गिराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सेना चुनाव का विषय नहीं है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है.
जयशंकर ने कांग्रेस नेता की टिप्पणी को बहुत गंभीर बताया और कहा कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने इसे चुनाव आयोग के संज्ञान में लाया और कांग्रेस नेता के खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई करने और उन्हें अपनी टिप्पणियां वापस लेने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अगर चुनाव के दौरान सेना पर ऐसी टिप्पणी की जाती है, जो हमारी सीमाओं पर तैनात होकर देश को चीनी सेना से सुरक्षित रखने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही है और पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद के खिलाफ डटकर खड़ी है. इस तरह के झूठे आरोपों का हम कड़ा विरोध करते हैं.
ये भी पढ़ें- क्या आपने NOTA का बटन दबाया है, जानें चुनाव में इसका महत्व और क्यों उठ रहे सवाल