नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही है. इसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को सवाल किया कि क्या कांग्रेस सत्ता के लिए नेशनल कांफ्रेंस के आरक्षण विरोधी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद और अलगाववाद के एजेंडे का समर्थन करती है?
#WATCH | Delhi: BJP leader Smriti Irani says, " an unholy alliance came together to pursue power. the congress party and the national conference came together and announced an alliance that has raised many questions. the national conference speaks of a different flag. does the… pic.twitter.com/xCj7EtSCPQ
— ANI (@ANI) August 23, 2024
दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ईरानी ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता के लालच में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है. उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने घोषणा की है कि वह सत्ता में आने पर जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल करेगी. क्या कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के इशारे पर अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
भाजपा नेता ईरानी ने कहा कि अनुच्छेद-370 हटने के बाद भारत ने अपने राष्ट्रीय संकल्प को पूरा किया कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक 'एक निशान, एक विधान और एक प्रधान' रहेगा. क्या कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के 'अलग झंडे' के वादे का समर्थन करती है? पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि क्या वह देश को तोड़ने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के एजेंडे का समर्थन करती है?
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की पार्टी से गठबंधन कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा सबके सामने आ गया है. क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और आदवासियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के वादे के साथ है?
सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है।
— Amit Shah (@AmitShah) August 23, 2024
नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर कांग्रेस पार्टी और राहुल… pic.twitter.com/TsZidUzHLT
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस से 10 सवाल पूछे थे. ईरानी ने उनको दोहराते हुए कांग्रेस से इन सवालों का जवाब देने की भी मांग की.
कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से शाह के 10 सवाल
- क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के जम्मू-कश्मीर में फिर से 'अलग झंडे' के वादे का समर्थन करती है?
- क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी अनुच्छेद 370 और 35A को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के JKNC के फैसले का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
- क्या राहुल गांधी पाकिस्तान के साथ 'एलओसी ट्रेड' शुरू करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण करने का समर्थन करते हैं?
- क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
- इस गठबंधन से कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आ गया है. क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ के लोगों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के JKNC के वादे के साथ है?
- क्या कांग्रेस चाहती है कि 'शंकराचार्य पर्वत' 'तख्त-ए-सुलैमान' और 'हरि पर्वत' 'कोह-ए-मारन' के नाम से जाने जाएं?
- क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंक कर पाकिस्तान समर्थित गिने-चुने परिवारों के हाथों में सौंपने का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की नेशनल कॉन्फ्रेंस की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?
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