नई दिल्ली : साल 2008 में हुए मुंबई हमले को लेकर कांग्रेस नेता के एक बयान से पार्टी की किरकिरी हो रही है. भाजपा ने इस पर तीखा प्रहार किया है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आतंकी हमले के दौरान सीनियर आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे की मौत 'आरएसएस को फॉलो' करने वाले एक पुलिस अधिकारी की गोली से हुई थी, न कि आतंकी कसाब की गोली से.
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार ने यह दावा किया है. वडेट्टीवार ने कहा कि उज्जवल निकम 'गद्दार' हैं, क्योंकि उन्होंने कोर्ट को सच बताया ही नहीं. वडेट्टीवार के अनुसार आरएसएस समर्थक पुलिस अधिकारी की गोली से हेमंत करकरे शहीद हुए थे, लेकिन निकम ने इस सच्चाई को छिपा लिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि यह इतना बड़ा सच है, फिर भी भाजपा ने इस गद्दार को टिकट दे दिया. उन्होंने कहा कि कैसे आतंकी कसाब को बिरयानी खिलाई गई और इसे भी उज्जवल निकम ने स्वीकार किया.
कांग्रेस नेता के इस बयान पर सियासी बवाल मचा हुआ है. वडेट्टीवार ने कहा कि उन्होंने यह बात एसएम मुश्रीफ की किताब के आधार पर कही है. कांग्रेस नेता ने कहा कि मुश्रीफ की किताब में साफ-साफ लिखा है कि हेमंत करकरे की मौत आतंकियों की गोली से नहीं हुई.
कांग्रेस नेता के बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि वड्डेटीवार का यह बयान एक खास समुदाय को खुश करने के लिए दिया गया है. उन्होंने कहा कि कसाब की सच्चाई को तो पाकिस्तान भी स्वीकार कर चुका है, ऐसे में कांग्रेस नेता का यह बयान उनकी नीतियों को उजागर करता है. तावड़े ने कहा कि अब पता चला कि कांग्रेस के 'शहजादे' की जीत के लिए पाकिस्तान क्यों उतावला हुआ जा रहा है.
आपको बता दें कि उज्जवल निकम को भाजपा ने मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. उनके खिलाफ कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ उम्मीदवार हैं. निकम ने सरकारी वकील के रूप में मुंबई हमले के केस की पैरवी की थी. उस वक्त वह बहुत ही मशहूर हो गए थे. मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को भी अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था.
उज्जवल निकम ने कांग्रेस नेता के इस बयान पर हैरानी जताई है. निकम ने कहा कि उन्हें यह बयान सुनकर बहुत ही दुख पहुंचा है.
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