नई दिल्ली: भाजपा के सीनियर नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस जहां बुधवार की शाम को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करने पहुंचे, वहीं दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर भी राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक बुलाई गई. सूत्रों की मानें तो इस बैठक में महाराष्ट्र और झारखंड के अलावा आगामी दिल्ली विधानसभा के चुनाव पर भी चर्चा की गई.
वहीं, दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस जब आरएसएस मुख्यालय पहुंचे तब वहां संघ प्रमुख मोहन भागवत और भैयाजी जोशी दोनों ही मौजूद थे, इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
तमाम एग्जिट पोल में महायुति गठबंधन को बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है. जिनमें बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिलती हुई दिखाई गई हैं. इस बार महाराष्ट्र में मतदान भी 65 प्रतिशत से ज्यादा हुआ है और भाजपा के नेता यह दावा कर रहे हैं कि ज्यादा मतदान महायुति के पक्ष में ही हुआ है.
ऐसे में माना जा रहा है कि अगर महायुति की सरकार बनती है तो सीएम बीजेपी का ही होगा, क्योंकि वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे पहले हुए कह चुके हैं कि वह इस बार सीएम की रेस में नहीं हैं. ऐसे में देवेंद्र फडणवीस की दावेदारी और ज्यादा मजबूत हो गई है.
सूत्रों की मानें तो फडणवीस की मुलाकात में संघ ने भी अपना ग्रीन सिग्नल उनके नाम पर दे दिया है. साथ ही फडणवीस हमेशा से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी नजदीकी माने जाते रहे हैं. अगर एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक नतीजे आते हैं तो इस बार भाजपा का सीएम बनने की दावेदारी मजबूत हो सकती है.
ऐसे में चर्चाओं का बाजार गरम है और भाजपा में बैठकों का दौर भी जारी है.
पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा शपथ समारोह की तैयारी में भी जुट गई है. मगर किसी भी नेता या प्रवक्ता को इजाजत नहीं है कि वो इसपर कुछ बयान दें.
महाराष्ट्र विधनसभा की 288 सीटों पर एक साथ चुनाव कराया गया और इस बार शहरी क्षेत्रों के बजाय ग्रामीण इलाकों में मतदान का प्रतिशत ज्यादा रहा. गढ़चिरौली और कोल्हापुर में तो मतदान का प्रतिशत 75 से भी ज्यादा पहुंच गया. हालांकि मुंबई में भी प्रतिशत अच्छा रहा, मगर तीन दशक में महाराष्ट्र में इस बार के मतदान प्रतिशत को सबसे ज्यादा माना जा रहा है.
इस संबंध में पूछे जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि पहले भी जब मतदान ज्यादा हुए हैं तो भाजपा के पक्ष में ही हुए हैं. ये सबने देखा है और इस बार महाराष्ट्र ही नहीं झारखंड में भी महायुति की सरकार बनने जा रही है और पूर्ण बहुमत से दोनों जगह भाजपा सरकार बनाएगी.
वोटिंग प्रतिशत पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हर वर्ग के लोगों ने चाहे युवा हो, महिलाएं हों या बुजुर्ग सभी ने भाजपा को वोट दिया है. महाराष्ट्र में माझी लड़की बहिन योजना से करोड़ों बेटियों और महिलाओं को लाभ पहुंचा है और वो महायुति के साथ हैं. इसी तरह आयुष्मान कार्ड में 70 साल के बुजुर्गों को शामिल किया गया है. इन बातों का असर मतदाताओं पर पड़ा है. उन्होंने दावा किया कि झारखंड में भी उनकी ही सरकार बनने जा रही है.
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