तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने और अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों की खरीद-फरोख्त करना का आरोप लगाया. पिनाराई विजयन ने एक बयान में सूरत में बीजेपी प्रत्याशी के निर्विरोध जीतने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
उन्होंने कहा, 'खरीद-फरोख्त और चुनाव के उम्मीदवारों को अपने पाले में लाने वाली को बीजेपी अब लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने में लग गई है. यह एक गंभीर स्थिति है कि कांग्रेस के उम्मीदवार और खुद को बेचने के लिए लाइन में लगे हैं.'
अरुणाचल प्रदेश में वॉक ओवर: सीएम विजयन ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने बीजेपी को दस सीटों पर वॉकओवर दे दिया. बीजेपी के यह ही पैटर्न को अब लोकसभा चुनावों में देखने को मिला और गुजरात के सूरत में बीजेपी उम्मीदवार निर्विरोध जीत गया.
उन्होंने कहा कि सूरत में जिला रिटर्निंग अधिकारी ने कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी के नामांकन पत्र पर प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में कथित विसंगतियां पाई. और उनका नामांकन रद्द कर दिया. इसके बाद बाकी उम्मीदवारों ने भी अपना-अपना नाम वापस ले लिया.
कांग्रेस पर बरसे सीएम: केरल के मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि कांग्रेस में ऐसे कितने उम्मीदवार हैं जो मुकाबला शुरू होने से पहले पाला बदलने से नहीं हिचकिचाते? अगर वे चुनाव लड़ते हैं और जीतते हैं, तो ऐसे कितने लोग हैं जो बीजेपी में नहीं जाएंगे? उन्होंने कहा कि केरल में कांग्रेस का नेतृत्व वे लोग कर रहे हैं, जो आरएसएस शाखा की रक्षा करने का दावा करते हैं और जो गोलवलकर की तस्वीर के सामने झुकते हैं और दिये जलाते हैं.
वामपंथ को मजबूत करना होगा: उन्होंने बताया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने खुलासा किया था कि केरल में कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग ने क्षेत्रीय पार्टी बनाने और एनडीए में शामिल होने पर चर्चा की थी. क्या कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वालों ने इस चर्चा में भाग लिया? सीएम ने जोर देकर कहा कि आज सेक्युलर मोर्चे को मजबूत करने के लिए वामपंथ को मजबूत करना समय की मांग है.
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