अमतला: बीजेपी के केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल को मंगलवार को डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के विरोध का सामना करना पड़ा. उनके काफिले को लगभग 100 भाजपा कार्यकर्ताओं-समर्थकों ने रोक लिया, जो चुनाव के बाद की हिंसा के कारण अभी भी बेघर हैं.
प्रभावित भाजपा-कार्यकर्ता समर्थकों को डायमंड हार्बर में भाजपा के संगठनात्मक जिले के पार्टी कार्यालय में ठहराया गया है. वहां प्रतिनिधियों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर हुए हमले के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया. यहां तक कि त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने भी उन्हें ठीक होने का रास्ता बताया.
पटना साहिब से भाजपा सांसद बिप्लब देब, भाजपा के राज्यसभा सांसद बृज लाल और कविता पाटीदार मंगलवार सुबह डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत अमतला इलाके में डायमंड हार्बर भाजपा संगठनात्मक जिले के पार्टी कार्यालय में प्रभावित भाजपा कार्यकर्ताओं-समर्थकों से मिलने गए.
उनके साथ प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल भी थीं. प्रतिनिधिमंडल जब अमतला के अल्ताबेरिया इलाके में पहुंचा तो डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र के प्रभावित और बेघर भाजपा कार्यकर्ताओं-समर्थकों ने उनके काफिले को रोककर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. पीड़ितों और बेघर कार्यकर्ताओं-समर्थकों ने दावा किया कि जब वे हिंसा के कारण अपने घर छोड़कर चले गए तो भाजपा जिला अध्यक्ष अभिजीत सरदार और मंडल अध्यक्ष ने उनकी तलाश नहीं की.
इसके विपरीत केंद्रीय प्रतिनिधियों को गुमराह किया गया है. ऐसे में प्रतिनिधिमंडल में शामिल नवनिर्वाचित बीजेपी सांसद बिप्लब देव ने गाड़ी रोककर प्रभावितों और बेघरों की बात सुनी. नेताओं ने पीड़ित भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों को हर तरह की मदद का आश्वासन दिया.
'पूरा गांव खाली हो गया, ये कैसा ममता राज' : पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की स्थिति की जांच के लिए भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने कोलकाता का दौरा किया. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'भाजपा कार्यकर्ता डर के कारण गांव में नहीं आ पा रहे हैं. हम यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ये कैसा ममता बनर्जी का राज है कि पूरा गांव खाली हो गया है.'
त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और त्रिपुरा से सांसद बिप्लब कुमार देब ने राज्य में चुनाव बाद हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेतावनी दी है. बिप्लब देब ने क कहा कि 'आप (ममता बनर्जी) सुधर जाएं, या हम आपको सुधार देंगे. आपने कम्युनिस्टों के 34 साल लंबे शासन को समाप्त कर दिया, इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं. लेकिन फिर आपने क्या किया? आपने जो किया, वह कम्युनिस्टों ने नहीं किया.आपने बंगाल की मिट्टी को खराब कर दिया.'
आसनसोल दक्षिण विधायक और भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल ने कहा, '2021 में विधानसभा चुनावों के बाद जब हिंसा हुई तो ममता बनर्जी ने नेतृत्व किया, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग यहां आया और उसका मामला अभी भी चल रहा है. कुल 10,000 लोग असम और बिहार भागने को मजबूर हुए. वह हिंसा 2024 में फिर से हो रही है. हमें ममता बनर्जी और उनकी पुलिस से कोई उम्मीद नहीं है. हम अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने के लिए जहां तक संभव होगा जाएंगे.'