रायपुर : कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और सोशल मीडिया की राष्ट्रीय चेयरमैन सुप्रिया श्रीनेत ने महिला सुरक्षा को लेकर सरकार पर हमला बोला है.सुप्रिया ने आरोप लगाए कि इस देश में आधी आबादी के लिए कोई जगह नहीं बची है. आज पूरा देश सदमे में है. पश्चिम बंगाल में जो हुआ उसके साथ ही देश भर में जो हो रहा है, वो सत्ता के संरक्षण में हो रहा है. आखिर उन्हें कितनी निर्भया चाहिए.
छत्तीसगढ़ की घटनाओं का जिक्र : सुप्रिया श्रीनेत ने छत्तीसगढ़ में हुए महिला अपराध को लेकर भी सरकार को घेरा. श्रीनेत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में चाहे रायगढ़ में सामूहिक रेप की घटना हो, रायपुर में बस स्टैंड में बलात्कार की घटना हो, कोंडागांव की घटना में 20-20 दिन तक एफआईआर नहीं लिखी जाती. सरकारें क्या कर रही हैं.
''छत्तीसगढ़ के कई शहरों में महिलाओं से ज्यादती के मामले सामने आए है. सरकार दुराचारी को बचाने में जुट जाती है. पीड़ित महिला को दर दर भटकना पड़ता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले 8 महीने में 600 से अधिक रेप हुए हैं. प्रदेश में 3000 अपराध महिलाओं के खिलाफ हुए है. महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार हो रहे हैं.''-सुप्रिया श्रीनेत, कांग्रेस नेता
बीजेपी ने किया पलटवार : कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि छत्तीसगढ़ भी महिलाओं के लिए असुरक्षा से अछूता नहीं. रायपुर और भिलाई में दुष्कर्म के मामले सामने आए है. सुप्रिया श्रीनेत के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज सहित कई नेता मौजूद थे. वहीं सुप्रिया श्रीनेत के आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को लेकर कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर पलटवार किया है.
घड़ियाली आंसू बहा रहे कांग्रेस नेता : केदार गुप्ता ने कहा कि सुप्रिया श्रीनेत को छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा जैसे संविधान के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहाने से पहले छत्तीसगढ़ के कांग्रेस शासन काल की करतूत को खंगाल लेना था. भूपेश सरकार के कार्यकाल में महिलाओं पर हुए अत्याचार अनाचार की करतूत को जानने के बाद सुप्रिया श्रीनेत इस तरह का मिथ्या प्रलाप नहीं करती.
राधिका खेड़ा के साथ क्या हुआ ?: केदार गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत आज जिस कुर्सी पर बैठी है. कभी उस कुर्सी पर बैठने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा के साथ इसी छत्तीसगढ़ में क्या कुछ नहीं हुआ है. उन्हें कमरे में बंद करके उनसे दुर्व्यवहार किया गया. प्रदेश कांग्रेस से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक आंसू बहाती रही राधिका खेड़ा ने गुहार लगाई. लेकिन जब उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो विवश होकर कांग्रेस से उनको इस्तीफा देना पड़ा था. कांग्रेस में महिलाओं का ना कोई सम्मान है और ना ही महिलाओं का आत्म सम्मान सुरक्षित है."
''कांग्रेस की भूपेश सरकार के एक मंत्री ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों को छोटी और साधारण घटना और तत्कालीन महिला आयोग की अध्यक्ष ने दुष्कर्म की घटनाओं को आपसी सहमति से बना संबंध बनाकर महिलाओं के आत्म सम्मान को रौंदने तक का काम किया है. सुप्रिया श्रीनेत ने कोंडागांव में 15 दिनों के बाद एफआईआर की बात कर रही हैं तो उन्हें ये जानना चाहिए कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में उसी कोंडागांव में एक महिला के साथ रेप हुआ था. उसने फांसी लगाने का प्रयास किया था. तब वहां की पुलिस ने जाकर एफआईआर किया था. तब जाकर इस मामले की जांच हुई थी.'' केदार गुप्ता, प्रदेश प्रवक्ता
दुष्कर्म के मामलों में आई है कमी : सुप्रिया श्रीनेत ने बलात्कार के 600 आंकड़े बताए हैं. जिसको लेकर केदार गुप्ता ने कहा कि अगर आप कांग्रेस की सरकार में जनवरी 2023 से 6 महीने का आंकड़ा उठाकर देखते हैं, तो 1294 बलात्कार की घटनाएं हुई थी. उसकी तुलना में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में 600 बलात्कार की घटनाएं हुई हैं. 50% से अधिक बलात्कार की घटनाओं में कमी आई है."