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बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन कल से नई दिल्ली में, विदेश मंत्री जयशंकर करेंगे उद्घाटन - BIMSTEC business summit - BIMSTEC BUSINESS SUMMIT

BIMSTEC Business Summit, पहले बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन का आयोजन 6 से 8 अगस्त तक नई दिल्ली में किया गया है. व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर करेंगे. पढ़िए पूरी खबर...

BIMSTEC
बिम्सटेक (X @BimstecInDhaka)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 5, 2024, 3:06 PM IST

नई दिल्ली: पहला बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाने के लिए आर्थिक सहयोग को सुविधाजनक बनाने और व्यापार सुविधा, क्षेत्रीय संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, समावेशी विकास और सतत विकास जैसे फोकस क्षेत्रों में आगे के तरीकों का पता लगाने के लिए आयोजित किया जा रहा है. विदेश मंत्रालय भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के सहयोग से मंगलवार, 6 अगस्त को नई दिल्ली में प्रथम बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जो 8 अगस्त तक चलेगा.

बिजनेस शिखर सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्देश्य बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) के सदस्य देशों के बीच मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों के माध्यम से अधिक क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है. व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर करेंगे. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अन्य नेता मुख्य भाषण देंगे. इस कार्यक्रम में व्यापार, वाणिज्य एवं उद्योग तथा ऊर्जा क्षेत्र के बिम्सटेक सदस्य देशों के कई मंत्री, उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता, उद्यमी और उद्योग संघ भाग लेंगे.

विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस आयोजन में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा, ताकि आर्थिक सहयोग को सुगम बनाया जा सके तथा व्यापार सुविधा, क्षेत्रीय संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, समावेशी विकास और सतत विकास जैसे फोकस क्षेत्रों में आगे के रास्ते तलाशे जा सकें. भारत बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) को बहुत महत्व देता है, जो दक्षिण एशिया के पांच देशों (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, भारत और श्रीलंका) तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के दो देशों (म्यांमार और थाईलैंड) को जोड़ता है.

बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन बिम्सटेक सदस्य देशों के व्यापारिक नेताओं, नीति निर्माताओं और उद्योग विशेषज्ञों के लिए एक मंच है. इसके माध्यमम वे एक साथ आकर क्षेत्र में व्यापार और निवेश, आर्थिक सहयोग और व्यावसायिक साझेदारी के अवसरों पर चर्चा कर सकते हैं. शिखर सम्मेलन का उद्देश्य क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ाना तथा सहयोगात्मक परियोजनाओं को बढ़ावा देना है, जिससे आर्थिक वृद्धि और विकास को गति मिल सके. बिम्सटेक (BIMSTEC), जिसका पूरा नाम बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल है.

यह एक क्षेत्रीय संगठन है जिसमें बंगाल की खाड़ी के तटीय और समीपवर्ती क्षेत्रों में स्थित सात सदस्य देश शामिल हैं. ये सदस्य देश हैं बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड. बिम्सटेक की स्थापना 6 जून, 1997 को हुई थी, जिसका उद्देश्य इसके सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग और समृद्धि को बढ़ावा देना था. इसके अलावा व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, मत्स्य पालन, कृषि, सार्वजनिक स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन और आतंकवाद-निरोध जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना था. यह संगठन क्षेत्र में तीव्र आर्थिक विकास और सामाजिक प्रगति में तेजी लाने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए काम करता है. इसका उद्देश्य भौतिक अवसंरचना और लोगों के बीच आदान-प्रदान के संदर्भ में सदस्य देशों के बीच सम्पर्क और सहयोग को बढ़ाना भी है.

ये भी पढ़ें- भारत को मिली बड़ी जिम्मेदारी, भारत आ सकते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन

नई दिल्ली: पहला बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाने के लिए आर्थिक सहयोग को सुविधाजनक बनाने और व्यापार सुविधा, क्षेत्रीय संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, समावेशी विकास और सतत विकास जैसे फोकस क्षेत्रों में आगे के तरीकों का पता लगाने के लिए आयोजित किया जा रहा है. विदेश मंत्रालय भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के सहयोग से मंगलवार, 6 अगस्त को नई दिल्ली में प्रथम बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जो 8 अगस्त तक चलेगा.

बिजनेस शिखर सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्देश्य बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) के सदस्य देशों के बीच मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों के माध्यम से अधिक क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है. व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर करेंगे. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अन्य नेता मुख्य भाषण देंगे. इस कार्यक्रम में व्यापार, वाणिज्य एवं उद्योग तथा ऊर्जा क्षेत्र के बिम्सटेक सदस्य देशों के कई मंत्री, उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता, उद्यमी और उद्योग संघ भाग लेंगे.

विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस आयोजन में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा, ताकि आर्थिक सहयोग को सुगम बनाया जा सके तथा व्यापार सुविधा, क्षेत्रीय संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, समावेशी विकास और सतत विकास जैसे फोकस क्षेत्रों में आगे के रास्ते तलाशे जा सकें. भारत बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) को बहुत महत्व देता है, जो दक्षिण एशिया के पांच देशों (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, भारत और श्रीलंका) तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के दो देशों (म्यांमार और थाईलैंड) को जोड़ता है.

बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन बिम्सटेक सदस्य देशों के व्यापारिक नेताओं, नीति निर्माताओं और उद्योग विशेषज्ञों के लिए एक मंच है. इसके माध्यमम वे एक साथ आकर क्षेत्र में व्यापार और निवेश, आर्थिक सहयोग और व्यावसायिक साझेदारी के अवसरों पर चर्चा कर सकते हैं. शिखर सम्मेलन का उद्देश्य क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ाना तथा सहयोगात्मक परियोजनाओं को बढ़ावा देना है, जिससे आर्थिक वृद्धि और विकास को गति मिल सके. बिम्सटेक (BIMSTEC), जिसका पूरा नाम बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल है.

यह एक क्षेत्रीय संगठन है जिसमें बंगाल की खाड़ी के तटीय और समीपवर्ती क्षेत्रों में स्थित सात सदस्य देश शामिल हैं. ये सदस्य देश हैं बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड. बिम्सटेक की स्थापना 6 जून, 1997 को हुई थी, जिसका उद्देश्य इसके सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग और समृद्धि को बढ़ावा देना था. इसके अलावा व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, मत्स्य पालन, कृषि, सार्वजनिक स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन और आतंकवाद-निरोध जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना था. यह संगठन क्षेत्र में तीव्र आर्थिक विकास और सामाजिक प्रगति में तेजी लाने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए काम करता है. इसका उद्देश्य भौतिक अवसंरचना और लोगों के बीच आदान-प्रदान के संदर्भ में सदस्य देशों के बीच सम्पर्क और सहयोग को बढ़ाना भी है.

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