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'लोटा से हुआ था मेरा गवना, पुलिस वाले दरवाजा-खिड़की भी उखाड़ ले गए थे', विधानसभा अध्यक्ष से सुनिए आपबीती

Nand Kishor Yadav : बिहार विधानसभा को औरचारिक रूप से अध्यक्ष मिल गया है. नंद किशोर यादव ने पद संभालने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने अपने पूरे सफर को याद किया. आगे पढ़ें पूरी खबर और देखें वीडियो.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 15, 2024, 3:47 PM IST

Updated : Feb 15, 2024, 4:22 PM IST

विधानसभा के नए अध्यक्ष बने नंद किशोर यादव

पटना : 'मेरा गवना लोटा से हुआ था'. यह कहना है बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष बने नंद किशोर यादव का. नंदकिशोर यादव बिहार विधानसभा के बीजेपी कोटा से नए स्पीकर बने हैं. उन्होंने यह बातें ईटीवी भारत से वह खास बातचीत के दौरान कही. साथ ही कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.

चौखट और खिड़की भी खोल ले गए थे पुलिस वाले : नंद किशोर यादव ने बताया कि 1974 का आंदोलन हुआ था तो उस समय वह जेल गए थे. पुलिस प्रशासन ने उनके घर की कुर्की जब्ती तक कर ली थी. यहां तक कि घर के चौखट और खिड़की भी खोल कर ले गए थे.

लोटा से किया गया था गवना : विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि डेढ़ सालों तक हमारा परिवार बिना खिड़की दरवाजे के कपड़े के परदे के पीछे रहता था. उस समय मेरी शादी हुई थी. गवना की तारीख तय कर दी गई थी. ऐसे में गवना लोटा से किया गया था. हालांकि अब उनकी पत्नी किरण देवी इस दुनिया में नहीं है.

28 साल से सदन के सदस्य : नंदकिशोर यादव ने कहा कि उन्होंने अपने 28 साल के विधायकी जीवन में कई संघर्ष को देखा है. उन्होंने वार्ड काउंसलर से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी. फिर वह पटना के डिप्टी मेयर बने. लगातार सात बार विधायक बने. नंदकिशोर यादव सबसे कम उम्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी बने थे. पटना जिला अध्यक्ष, भारतीय युवा मोर्चा अध्यक्ष और बिहार प्रदेश अध्यक्ष कुल मिलाकर 16 सालों तक अध्यक्ष के पद पर रहे थे. नंदकिशोर यादव बिहार बीजेपी लगातार दो बार अध्यक्ष बने थे. उनसे पहले और उनके बाद कोई भी दो बार अध्यक्ष नहीं बना है.

''वार्ड काउंसलर से लेकर विधानसभा अध्यक्ष बनने का सफर कठिन जरूर रहा लेकिन इस दौरान मेरे संबंध सभी दलों के नेताओं से बेहतर रहे हैं. 28 साल के दौरान जो भी दायित्व मिला, उस हर दायित्व का उन्होंने निर्वहन किया.''- नंदकिशोर यादव, विधानसभा अध्यक्ष

'तेजस्वी के माता-पिता के साथ भी काम किए' : बता दें कि आज तेजस्वी यादव ने नंदकिशोर यादव को आकर प्रणाम किया, पैर छुए. तो नंदकिशोर यादव ने बताया कि उनकी माता राबड़ी देवी और पिता लालू यादव के साथ उन्होंने काम किया है. उन्होंने यह भी बताया कि इस सभी दल के नेताओं से बेहतर संबंध हैं.

सभी के सहयोग अपेक्षित : विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व काफी अहम होता है. उस हर कर्तव्य को अनुशासन के साथ पूरा करेंगे. क्योंकि मेरे संबंध हर दल के नेताओं से बेहतर रहे हैं तो, उनकी उनका सहयोग मेरे लिए अपेक्षित है. मेरा अनुभव कि मैं सभी को बेहतर तरीके से आगे लेकर चलने का काम करूं.

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पटना : 'मेरा गवना लोटा से हुआ था'. यह कहना है बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष बने नंद किशोर यादव का. नंदकिशोर यादव बिहार विधानसभा के बीजेपी कोटा से नए स्पीकर बने हैं. उन्होंने यह बातें ईटीवी भारत से वह खास बातचीत के दौरान कही. साथ ही कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.

चौखट और खिड़की भी खोल ले गए थे पुलिस वाले : नंद किशोर यादव ने बताया कि 1974 का आंदोलन हुआ था तो उस समय वह जेल गए थे. पुलिस प्रशासन ने उनके घर की कुर्की जब्ती तक कर ली थी. यहां तक कि घर के चौखट और खिड़की भी खोल कर ले गए थे.

लोटा से किया गया था गवना : विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि डेढ़ सालों तक हमारा परिवार बिना खिड़की दरवाजे के कपड़े के परदे के पीछे रहता था. उस समय मेरी शादी हुई थी. गवना की तारीख तय कर दी गई थी. ऐसे में गवना लोटा से किया गया था. हालांकि अब उनकी पत्नी किरण देवी इस दुनिया में नहीं है.

28 साल से सदन के सदस्य : नंदकिशोर यादव ने कहा कि उन्होंने अपने 28 साल के विधायकी जीवन में कई संघर्ष को देखा है. उन्होंने वार्ड काउंसलर से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी. फिर वह पटना के डिप्टी मेयर बने. लगातार सात बार विधायक बने. नंदकिशोर यादव सबसे कम उम्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी बने थे. पटना जिला अध्यक्ष, भारतीय युवा मोर्चा अध्यक्ष और बिहार प्रदेश अध्यक्ष कुल मिलाकर 16 सालों तक अध्यक्ष के पद पर रहे थे. नंदकिशोर यादव बिहार बीजेपी लगातार दो बार अध्यक्ष बने थे. उनसे पहले और उनके बाद कोई भी दो बार अध्यक्ष नहीं बना है.

''वार्ड काउंसलर से लेकर विधानसभा अध्यक्ष बनने का सफर कठिन जरूर रहा लेकिन इस दौरान मेरे संबंध सभी दलों के नेताओं से बेहतर रहे हैं. 28 साल के दौरान जो भी दायित्व मिला, उस हर दायित्व का उन्होंने निर्वहन किया.''- नंदकिशोर यादव, विधानसभा अध्यक्ष

'तेजस्वी के माता-पिता के साथ भी काम किए' : बता दें कि आज तेजस्वी यादव ने नंदकिशोर यादव को आकर प्रणाम किया, पैर छुए. तो नंदकिशोर यादव ने बताया कि उनकी माता राबड़ी देवी और पिता लालू यादव के साथ उन्होंने काम किया है. उन्होंने यह भी बताया कि इस सभी दल के नेताओं से बेहतर संबंध हैं.

सभी के सहयोग अपेक्षित : विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व काफी अहम होता है. उस हर कर्तव्य को अनुशासन के साथ पूरा करेंगे. क्योंकि मेरे संबंध हर दल के नेताओं से बेहतर रहे हैं तो, उनकी उनका सहयोग मेरे लिए अपेक्षित है. मेरा अनुभव कि मैं सभी को बेहतर तरीके से आगे लेकर चलने का काम करूं.

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बोले नंद किशोर यादव- विकास कार्यों को देखते हुए जनता एक बार फिर बनाएगी NDA की सरकार

Last Updated : Feb 15, 2024, 4:22 PM IST
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