बीजापुर: मुडवेंदी में जवानों के काफिले को निशाना बनाने की बारूदी साजिश नाकाम हो गई है. नक्सलियों ने सर्च ऑपरेशन पर निकली टीम को एंबुश में फंसाने के लिए बम प्लांट किया था. नक्सलियों की खूनी साजिश का समय रहते खुलासा हो गया वर्ना बड़ा नुकसान हो सकता था. दरअसल, फोर्स रुटीन सर्चिंग अभियान पर बीजापुर के मुडवेंदी में निकली. जंगल से सटे इलाके में जब जवान पहुंचे तो उनको खतरे का आभास हुआ.
सीरियल बारूदी सुरंग: जवानों ने सतर्कता बरतते हुए इलाके की घेराबंदी की और रोड को चेक करना शुरु किया. सीआरपीएफ की टीम को जमीन के भीतर कुछ बम होने का अंदेशा मिला. जवानों ने तत्काल जमीन के नीचे बिछाए गए बारूदी सुरंग का पता लगा लिया. सावधानी के साथ फोर्स ने एक के बाद एककर पांच बमों को जमीन से निकाला. सभी बम एक सीरीज में लगाए गए थे. नक्सलियों की कोशिश थी कि जवानों की गाड़ी जब यहां से गुजरे तो जोरदार धमाका हो.
बमों को किया गया डिफ्यूज: जवानों ने सभी बमों को मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया. मुडवेंदी में ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 199 वीं बटालियन का कैंप है. जिस जगह से बमों की रिकवरी की गई वो इलाका कैंप के पास का ही. गनीमत रही कि समय रहते जवानों ने बम प्लांट होने की जानकारी हासिल कर ली.
बस्तर में चल रहा एंटी नक्सल ऑपरेशन: बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन चल रहा है. एंटी नक्सल ऑपरेशन में शामिल जवान हर दिन कैंप से सर्चिंग के लिए जंगल में जाते हैं. माओवादी अक्सर जवानों को टारगेट करने के लिए इस तरह से बमों को जमीन के नीचे फिट कर फरार हो जाते हैं.
माओवादियों के खात्मे का टारगेट: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तर की धरती से एक बार फिर कड़ा संदेश बीते दिनों माओवादियों को दिया है. शाह ने कहा है कि हर हाल में 31 मार्च 2026 तक हम माओवादियों का खात्मा कर देंगे.