जयपुर. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. टीम ने आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त 25 हजार रुपए के इनामी गंगापुर सिटी निवासी आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया. जयपुर एटीएस की टीम को पिछले 10 सालों से आतंकी तलाश थी. मामले में प्रदेश के सीकर, जोधपुर और जयपुर जिले से कुल 13 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, पकड़े गए आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन घटना के बाद फरार हो गया था. इसके बाद एटीएस-एसओजी और एडीजी की टीम ने 24 जनवरी, 2018 को आतंकी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था.
एडीजी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स व क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि साल 2014 में स्लीपर सेल की ओर से भारत के विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की योजना थी. इस मामले में प्रदेश के सीकर, जोधपुर और जयपुर जिले से कुल 13 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 12 को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इस मामले में थाना एसओजी जयपुर में प्रकरण संख्या 3/2014 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था.
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आपराधिक गिरोह और गैंगस्टर की धरपकड़ अभियान के सफलता के लिए आईजी क्राइम प्रफुल्ल कुमार और एजीटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश के सुपरविजन में एसआई नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह और बृजेश कुमार की टीम को आसूचना संकलन के लिए भरतपुर रेंज की ओर रवाना किया गया था. गुरुवार को एजीटीएफ को सूचना मिली कि एटीएस से इनामी आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन गंगापुर सिटी आया हुआ है. सूचना पर टीम की ओर से आतंकी के निवास और आसपास के क्षेत्र में सघन निगरानी रखी गई. वहीं, सूचना पुख्ता होने के बाद सीओ सिटी बाबूलाल बिश्नोई ने जाप्ता की मदद से आतंकी को पकड़ लिया. शुक्रवार को उसे अग्रिम कार्रवाई के लिए एटीएस टीम को सुपुर्द कर दिया गया.
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एडीजी ने बताया कि आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन दिल्ली में ओखला स्थित मरकस, गुजरात और राजस्थान के विभिन्न जिलों में फरारी काट रहा था. प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वो और उसके साथी इंडियन मुजाहिद्दीन और अन्य इस्लामी संगठनों के संपर्क में थे. इन लोगों ने साल 2014 में विभिन्न स्थानों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाई थी, लेकिन उससे पहले ही उनके साथी सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे चढ़ गए थे. वहीं, फिलहाल आतंकी मोहम्मद मेराजुद्दीन से एटीएस पूछताछ कर रही है, जिसमें और भी खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है.