बलौदाबाजार : बलौदाबाजार में धर्म समुदाय के धार्मिक स्थल में छेड़छाड़ के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनीं थी.विशेष समुदाय ने आक्रोश में आकर विशाल रैली निकाली.इस रैली में कुछ असामाजिक तत्वों ने अप्रिय स्थिति पैदा कर दी.जिसके बाद कलेक्टोरेट और एसपी दफ्तर में आगजनी की घटना हुई.अचानक हुई इस घटना से पूरा का पूरा सरकारी तंत्र हिल गया. इस प्रदर्शन के बाद जहां एक ओर सरकार ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए घटना के समय स्थिति ना संभालने वाले कलेक्टर और एसपी को सस्पेंड किया.वहीं धर्म विशेष समुदाय को भड़काने वाले तथ्य को जुटाने के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश जारी किए.
बलौदाबाजार हिंसा पर कांग्रेस हमलावर : वहीं अब इस पूरे मामले में कांग्रेस हमलावर है. कांग्रेस ने सरकार की कार्रवाई को नाकाफी बताते हुए घटना की जांच के लिए टीम गठित की थी.जिसने गुरुवार को गिरौदपुरी का दौरा किया था.वहीं शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बलौदाबाजार का दौरा किया.
"बलौदाबाजार हिंसा में सरकार पूरी तरह फेल है. इस सरकार के कार्यकाल में लूट, डकैती, बलात्कार की घटना बढ़ गई है. बलौदाबाजार की घटना तो काफी शर्मनाक है यह इतिहास में पहली घटना होगी कि शासन के कलेक्टर और एसपी कार्यालय को जला दिया गया. यहां तांडव मचा और अधिकारी मौके से फरार हो गए. यह बहुत ही शर्मनाक बात है. जब प्रशासन को मालूम था कि कि सभा होने वाली है सुबह से भीड़ जुट रही है तो उन्हें उस हिसाब से व्यवस्था करनी थी. यहां पर पुलिस की इंटेलिजेंस पूरी तरह फेल रही और जिसके वजह से यह शर्मनाक घटना हुई.": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़
भूपेश बघेल ने विष्णुदेव सरकार पर बोला हमला : बलौदाबाजार हिंसा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और पीसीसी चीफ दीपक बैज अपनी टीम के साथ बलौदाबाजार भाटापारा कलेक्टोरेट पहुंचे.इस दौरान पूरे क्षेत्र का मुआयना करने के बाद भूपेश बघेल ने घटना के लिए प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार को जिम्मेदार माना.
"शासन छोटी छोटी बातों में सीबीआई जांच कराती है तो जैतखाम काटे जाने की समाज की मांग को क्यों नहीं माना, उनकी मांग थी तो जांच करा देनी चाहिए थी. आज घटना के बाद पुलिस लोगों पर बर्बरता दिखा रही है घटना के वास्तविक दोषियों पर कठोर कार्रवाई करे पर निर्दोष पर कार्रवाई होगी तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी. आज मणिपुर की तरह छत्तीसगढ़ जल रहा है और भाजपा की सरकार मूकदर्शक बनी है. नागपुर से 250 लोग बुलाए गए थे. इसकी जांच की जानी चाहिए. इस पूरी घटना के लिए भाजपा की विष्णु देव साय की सरकार को जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए": भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़
हिंसा के असल गुनहगारों को मिले सजा: भूपेश बघेल ने घटना की निंदा करते हुए असली गुनाहगारों को सजा दिलाने की मांग सरकार से की है.बीजेपी के शासन में प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई है.छत्तीसगढ़ के इतिहास में आज तक इस तरीके की घटना नहीं हुई है.हम सरकार से मांग करते हैं कि घटना के जिम्मेदार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
''इस घटना से छत्तीसगढ़ कलंकित हुआ है. SP और कलेक्टर आंख बंद कर बैठे रहे. क्या विभाग के मंत्री और अधिकारी को पता नहीं होगा. सरकार को अपने पद पर एक भी मिनट रहने का अधिकार नहीं है. अपराधियों को सरकार पकड़े और उस पर कड़ी कार्रवाई करे. निर्देश लोगों के साथ गलत ना किया जाए. इस घटना के बाद कई लोग लापता हैं, प्रशासन इसकी सूची जारी करे.''- भूपेश बघेल, पूर्व सीएम छग
इतिहास में नहीं फूंका गया एसपी कलेक्टर दफ्तर : भूपेश बघेल ने कहा कि देश और प्रदेश के इतिहास में SP और कलेक्टर दफ्तर कहीं नहीं फूंके गए. जब सुबह गाड़ियों में भर-भरकर लोग आने शुरु हुए तो प्रशासन सोया था. दूसरे राज्यों से भी लोग बड़ी संख्या में बलौदाबाजार आए.ऐसी जानकारी है कि अन्य लोग भी घटना में शामिल है.प्रशासन ने सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए थे.जब आगजनी हुई तब भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा.
कांग्रेस ने सीएम का मांगा इस्तीफा : वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने घटना को प्रशासनिक फेलियर माना है.इसके लिए कांग्रेस ने सीएम विष्णुदेव साय सरकार से इस्तीफे की मांग की है.