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एम्स डॉक्टर्स स्ट्राइक पर, 20 ऑपरेशन टले, कोलकाता से आ रही लपटें मध्य प्रदेश को झुलसा रहीं - Bhopal AIIMS Doctors Strike

कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर देशभर में आक्रोश है. देश के अलज-अलग हिस्सों में डॉक्टरों द्वारा विरोध प्रदर्शन कर सुरक्षा की मांग की जा रही है. वहीं मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रदर्शन जारी है. भोपाल एम्स में जूनियर डॉक्टर्स काम बंद कर हड़ताल पर हैं.

Bhopal AIIMS Doctors Strike
हड़ताल पर भोपाल एम्स के डॉक्टर्स (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 14, 2024, 5:49 PM IST

Updated : Aug 14, 2024, 6:22 PM IST

भोपाल: कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में जूनियर महिला डाक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में देश भर में जूनियर डाक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. एमपी में भी राजधानी समेत प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों में प्रदर्शन हो रहा है. जिससे इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य काम प्रभावित हो रहे हैं. एम्स भोपाल के 600 रेजीडेंट डाक्टर हड़ताल पर हैं, इन्होंने काम भी बंद कर दिया है. वहीं गांधी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डाक्टर हाथों में काली पट्टी बांधकर सांकेतिक प्रदर्शन कर रहे हैं.

पीड़िता को न्याय और डाक्टरों के प्रोटेक्शन एक्ट की मांग

नेशनल फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ एम्स और रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन एम्स भोपाल के प्रेसीडेंट डॉ. दिव्य भूषण ने बताया कि 'देशभर में मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डाक्टर हड़ताल पर हैं. केंद्र व राज्य सरकारों से हमारी मांग है, कि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाए. साथ ही सरकार सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट डॉक्टर एंड हेल्थ वर्कर लागू करे. जब तक हमें मंत्रालय से ठोस आश्वासन या लिखित आदेश नहीं मिलता, हम शांतिपूर्ण विरोध जारी रखेंगे.'

Kolkata doctor case update
भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने किया काम बंद (ETV Bharat)

इमरजेंसी सेवाओं में असर नहीं, 20 छोटे ऑपरेशन टले

एम्स भोपाल के जूनियर डॉक्टर शांतिपूर्ण हड़ताल कर रहे हैं. इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं पर कोई असर नहीं है, लेकिन ओपीडी और इलेक्टिव सर्जरी जिसमें पहले से डेट जारी है, वहां जूनियर डाक्टर नहीं जा रहे हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी और कंसल्टेंट मरीजों को देख रही है, जरुरी ऑपरेशन भी किए जा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मंगलवार को 20 छोटे ऑपरेशन टालने पड़े. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने इन दिनों के लिए कंसल्टेंट के वीक ऑफ भी कैंसिल कर दिया है. फैकल्टी और कंसल्टेंट ही लैब और ओटी से लेकर वार्ड तक सभी जगह काम कर रहे हैं.

यह हैं डाक्टरों की मांग

एम्स के रेजिडेंट डाक्टरों ने मंगलवार के बाद बुधवार को भी ओपीडी ब्लॉक के सामने धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद यहां से मेडिकल कॉलेज तक का पैदल मार्च निकाला गया. आरडीए के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. मंडलोई ने कहा कि 'वे चार मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. जिसमें पीड़िता के परिवार को मुआवजा देना, घटना की सीबीआई जांच, मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में हो और सेंट्रल हेल्थ केयर प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग शामिल है. इसके अलावा आरजीकर मेडिकल कॉलेज के उच्च अधिकारियों को उनके पदों से हटाया जाए.'

यहां पढ़ें...

MP के डॉक्टरों की हड़ताल खत्म, HC के आदेश के बाद वापस काम पर लौटे धरती के भगवान

लेडी डॉक्टर से दरिंदगी, RDA का देशभर में हड़ताल का ऐलान, IMA ने भी दी चेतावनी

यह है पूरा मामला

बता दें कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में महिला जूनियर डाक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने डाक्टर की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था और गद्दे पर खून के धब्बे मिले. शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि मृतक महिला डॉक्टर के गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान पाए गए. होठ, गर्दन, पेट, बाएं टखने और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान थे.

भोपाल: कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में जूनियर महिला डाक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में देश भर में जूनियर डाक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. एमपी में भी राजधानी समेत प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों में प्रदर्शन हो रहा है. जिससे इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य काम प्रभावित हो रहे हैं. एम्स भोपाल के 600 रेजीडेंट डाक्टर हड़ताल पर हैं, इन्होंने काम भी बंद कर दिया है. वहीं गांधी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डाक्टर हाथों में काली पट्टी बांधकर सांकेतिक प्रदर्शन कर रहे हैं.

पीड़िता को न्याय और डाक्टरों के प्रोटेक्शन एक्ट की मांग

नेशनल फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ एम्स और रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन एम्स भोपाल के प्रेसीडेंट डॉ. दिव्य भूषण ने बताया कि 'देशभर में मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डाक्टर हड़ताल पर हैं. केंद्र व राज्य सरकारों से हमारी मांग है, कि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाए. साथ ही सरकार सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट डॉक्टर एंड हेल्थ वर्कर लागू करे. जब तक हमें मंत्रालय से ठोस आश्वासन या लिखित आदेश नहीं मिलता, हम शांतिपूर्ण विरोध जारी रखेंगे.'

Kolkata doctor case update
भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने किया काम बंद (ETV Bharat)

इमरजेंसी सेवाओं में असर नहीं, 20 छोटे ऑपरेशन टले

एम्स भोपाल के जूनियर डॉक्टर शांतिपूर्ण हड़ताल कर रहे हैं. इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं पर कोई असर नहीं है, लेकिन ओपीडी और इलेक्टिव सर्जरी जिसमें पहले से डेट जारी है, वहां जूनियर डाक्टर नहीं जा रहे हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी और कंसल्टेंट मरीजों को देख रही है, जरुरी ऑपरेशन भी किए जा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मंगलवार को 20 छोटे ऑपरेशन टालने पड़े. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने इन दिनों के लिए कंसल्टेंट के वीक ऑफ भी कैंसिल कर दिया है. फैकल्टी और कंसल्टेंट ही लैब और ओटी से लेकर वार्ड तक सभी जगह काम कर रहे हैं.

यह हैं डाक्टरों की मांग

एम्स के रेजिडेंट डाक्टरों ने मंगलवार के बाद बुधवार को भी ओपीडी ब्लॉक के सामने धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद यहां से मेडिकल कॉलेज तक का पैदल मार्च निकाला गया. आरडीए के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. मंडलोई ने कहा कि 'वे चार मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. जिसमें पीड़िता के परिवार को मुआवजा देना, घटना की सीबीआई जांच, मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में हो और सेंट्रल हेल्थ केयर प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग शामिल है. इसके अलावा आरजीकर मेडिकल कॉलेज के उच्च अधिकारियों को उनके पदों से हटाया जाए.'

यहां पढ़ें...

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यह है पूरा मामला

बता दें कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में महिला जूनियर डाक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने डाक्टर की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था और गद्दे पर खून के धब्बे मिले. शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि मृतक महिला डॉक्टर के गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान पाए गए. होठ, गर्दन, पेट, बाएं टखने और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान थे.

Last Updated : Aug 14, 2024, 6:22 PM IST
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