नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में भारत मंडपम में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया. ये मुख्य रूप से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर केंद्रित था. राजनीतिक प्रस्ताव अमित शाह ने पेश किया और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इसका समर्थन किया.
सात पेज के राजनीतिक प्रस्ताव में बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अस्थिरता की जननी है, कांग्रेस कटुता, धूर्तता और रणनीति का पर्याय है. I.N.D.I.A. गठबंधन गरीब विरोधी कांग्रेस का अजीब संयोजन है, भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस, कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति, भारतीय संस्कृति पर हमले और हर प्रगतिशील कदम का कांग्रेस द्वारा विरोध करना है.
कांग्रेस द्वारा देश की संवैधानिक संस्थाओं और वैज्ञानिकों का अपमान, कांग्रेस की अपरिपक्व और गैर-जिम्मेदार राजनीति और I.N.D.I.A. गुट द्वारा हिंसा और अराजकता की राजनीति कांग्रेस के पतन को सुनिश्चित करती है. कांग्रेस और इंडिया गुट में शामिल उसके अधिकांश सहयोगी देश में अराजकता और हिंसा की राजनीति में एकजुट हो गए हैं. हाल ही में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है.
प्रस्ताव में कहा गया,'टीएमसी लगातार पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर जनता की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. केरल में सीपीआई, सीपीएम और उनके सहयोगियों द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हत्या और हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं.' बिहार में राष्ट्रीय जनता दल ने जिस तरह का जंगलराज कायम किया था, उसे देश आज भी याद करता है.
आदिवासी महिलाएं, किसान और आम लोग देश में जहां भी हैं, उन्हें कई तरह की प्रताड़ना और यातनाएं सहनी पड़ी हैं. आंदोलन के नाम पर विभाजनकारी तत्वों द्वारा अराजकता का माहौल बनाने का प्रयास किया जाता है. देश में जहां भी विभाजनकारी तत्वों द्वारा आंदोलन के नाम पर अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की जाती है, कांग्रेस और उसके सहयोगी वहां आग में घी डालने के लिए सबसे पहले पहुंच जाते हैं.
हम इस प्रकार की नकारात्मक राजनीति के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखने की प्रतिज्ञा करते हैं. इसका गठन केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने के लिए किया गया था. इसलिए, गठबंधन का कोई सैद्धांतिक या वैचारिक आधार नहीं है. इसमें शामिल विभिन्न पार्टियाँ एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ती हैं और कई राज्यों में एक-दूसरे का विरोध करती हैं. पंजाब में आम आदमी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ती है, जबकि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ती हैं. उनके बीच वैचारिक समानता है. प्रियंका के कार्यक्रम के कुछ लक्ष्य हैं जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकें शामिल है.