बैतूल। मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला बैतूल से सामने आया है. जहां एक आदिवासी युवक को नग्न कर उल्टा लटकाकर बेल्ट और डंडों से पीटा गया. आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया, जो अब वायरल हो रहा है. घटना के तीन माह बाद युवक ने थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया. शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है.
3 महीने पुराना बताया जा रहा है वीडियो
15 नवंबर को रिंकेश चौहान नाक का युवक पीड़ित को बैतूल लेकर आया था. जहां वह उसे बैतूल में एक घर पर ले गए, घर में 6-7 लोग मौजूद थे. उन्होंने उसके पूरे कपड़े उतार कर छत पर उल्टा लटका दिया. उसके बाद बेल्ट और डंडों से पिटाई की और फिर उसे छोड़ दिया, वह किसी तरह बचकर भागा. उसने पिटाई की शिकायत इसलिए नहीं की कि पीटने वाले लोग बदमाश प्रवृत्ति के लोग थे, और वह डर गया था. लेकिन इस घटना का वीडियो गांव में वायरल होने के बाद उसने हिम्मत जुटाई और मामले की शिकायत करने का विचार किया. वह अपने भाई के साथ थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई.
आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है
बैतूल एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि ''एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक युवक को नग्न कर उल्टा लटका कर उसकी पिटाई की गई. पुलिस द्वारा आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया गया है. वीडियो करीब तीन महीने पुराना है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी.''
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बच्चों ने पटाखों में लगाई आग, झुलसे
मुरैना जिले के पोरसा थाना क्षेत्र में 8 से 10 साल के तीन बच्चों ने शादी समारोह में चलाए गए पटाखों का बारूद निकाला और कागज पर रखकर आग लगा दी. जिससे हुए विस्फोट से तीनों बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए, उनको इलाज के लिए पोरसा अस्पताल ले जाया गया. वहां से उनको जिला अस्पताल मुरैना रेफर किया गया और यहां से ग्वालियर रेफर कर दिया है. पोरसा थाना प्रभारी ओपी रावत के अनुसार, ''पोरसा कस्बे के शांति नगर में रहने वाले तीन बच्चे जिनकी उम्र लगभग 8 से 11 साल है. शादी में चले आतिशबाजी के पटाखे को इकट्ठा कर उनको बारूद निकाल कर चला रहे थे. बारूद में धमाका होने से तीनों बच्चे झुलस गए. जिनको डॉक्टर द्वारा ग्वालियर रेफर किया गया है. परिजनों द्वारा शिकायत आने पर कार्रवाई की जायेगी.''