बेंगलुरु: कर्नाटक में क्राइम पुलिस ने एक श्रीलंकाई नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो 8 साल से फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाने का कारोबार चला रहा था. बेंगलुरु के रचेनाहल्ली के एक अपार्टमेंट में रहने वाले शरण कुमार कालिदास उर्फ उमेश बाला रवींद्रन को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति के पास से एक देशी पिस्तौल, फर्जी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, डेबिट/क्रेडिट कार्ड और बैंकिंग दस्तावेज जब्त किए गए. पुलिस ने बताया कि 'मूल रूप से श्रीलंका का रहने वाला आरोपी कई साल पहले तमिलनाडु में चेन्नई आया था और फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाने के कारोबार में शामिल था.'
पुलिस ने आगे बताया कि 'पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद उसे तमिलनाडु से निर्वासित कर श्रीलंका भेज दिया गया. हालांकि, 2016 में वह फिर अवैध रूप से भारत लौट आया और बेंगलुरु के कनकपुरा रोड के पास रहने लगा. बाद में वह कुछ वर्षों तक विजयनगर और थानिसंड्रा में भी रहा. उसने 2021 में अपनी पत्नी और तीन बच्चों को भी भारत बुला लिया.'
पुलिस ने बताया कि 'बाद में वह राचेनहल्ली के एक अपार्टमेंट में रहना लगा. केंद्रीय क्राइम ब्रांच पुलिस, जिसने आरोपी की अवैध गतिविधियों के बारे में कुछ जानकारी एकत्र की थी, उसने 20 मई को हिरासत में ले लिया था. पूछताछ में आरोपी ने जानकारी दी कि वह तमिलनाडु के मायलादुथुराई का रहने वाला है.'
जानकारी के अनुसार, आरोपी के खिलाफ संपिगेहल्ली पुलिस स्टेशन में विदेशी अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है. वहीं, आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी, जो अपनी तीन बेटियों के साथ भारत से भागने की कोशिश कर रही थी, उसको भी हिरासत में ले लिया गया है.