दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा पुलिस नक्सली विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने वाले लोगों के लिए लोन वर्राटू अभियान चला रही है. इस कैंपेन के तहत शुक्रवार को जिले में कुल तीन नक्सलियों ने सरेंडर किया है. जिसमें एक इनामी नक्सली भी है जिस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित है. सरेंडर करने वाले माओवादी का नाम मुन्ना भोगाम ऊर्फ बुंजवा दोर्रागुडा है. इसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था.
तीन नक्सलियों के साथ डीएकेएमएस अध्यक्ष ने किया सरेंडर: सरेंडर करने वाले तीन नक्सलियों में डीएकेएमएस अध्यक्ष मुन्ना भोगाम ऊर्फ बुंजवा दोर्रागुडा है. ये पिट्टेपाल पंचायत आकेमपारा में सक्रिय था. यह इलाका थाना मिरतुर में पड़ता है. अन्य नक्सलियों की बात करें तो इसमें सीएनएम सदस्य रमेश भोगाम शामिल है. यह नक्सली पेद्दापाल कलमूपारा इलाके में सक्रिय था. तीसरा नक्सली मलांगेर एरिया कमेटी में एक्टिव था. इसका नाम भीमा कुहड़ाम ऊर्फ अविनाश कोर्राम है. यह रेवली पटेलपारा का रहने वाला है. सरेंडर करने वाले तीनों नक्सली पिट्टेपाल, मिरतुर और अरनपुर क्षेत्र के हैं.
दंतेवाड़ा एसपी के सामने तीनों नक्सलियों ने किया सरेंडर: तीनों नक्सलियों ने दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय और डीआरजी के जवानों के सामने सरेंडर किया है. नक्सलियों के सरेंडर के दौरान दंतेवाडा के एएसपी रामकुमार बर्मन भी मौजूद थे.
दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान का कमाल: दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान का कमाल देखने को मिल रहा है. यहां अब तक लोन वर्राटू अभियान के तहत कुल 174 इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इस कैंपेन के तहत सरेंडर करने वाले कुल नक्सलियों की संख्या 685 है.
क्या है लोन वर्राटू का मतलब: लोन वर्राटू शब्द बस्तर की गोंडी भाषा का शब्द है. इसका अर्थ होता है घर वापस आइए. इस अभियान के तहत सरेंडर करने वाले नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत मदद पहुंचाई जाती है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से 25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि भी आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को दी जाती है