जगदलपुर: बस्तर लोकसभा की 8 विधानसभा क्षेत्रों पर जंग शुरू हो चुकी है. इस लोकसभा की चित्रकोट, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कोंटा और कोंडागांव में 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है. दोपहर 3 बजे तक वोटिंग का समय है. बस्तर विधानसभा में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान का समय है. जगदलपुर विधानसभा के 175 मतदान केंद्रों में सुबह 7 बजे से 5 बजे तक जबकि इसी विधानसभा के 72 मतदान केंद्रों में सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग होनी है.
बस्तर चुनाव के लिए 1957 पोलिंग बूथ: बस्तर लोकसभा सीट पर इस बार 1957 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें 600 के करीब संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं. इसके अलावा नक्सल प्रभावित करीब 400 और राजनीतिक संवेदनशील 220 मतदान केंद्र हैं. सबसे ज्यादा 273 मतदान केंद्र दंतेवाड़ा जिले में हैं. सबसे कम 212 पोलिंग बूथ बस्तर विधानसभा में हैं. नारायणपुर में 265, जगदलपुर में 247, कोंडागांव में 242, चित्रकोट में 240 बीजापुर में 245 और कोंटा में 233 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.जगदलपुर विधानसभा में एक मतदान केंद्र बढ़ाने के साथ कुल 234 मतदान केंद्रों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है.
बस्तर लोकसभा चुनाव में पिंक बूथ: जगदलपुर शहर के 125 मतदान केंद्रों में सिर्फ महिला मतदानकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.जहां केवल महिला मतदाता, महिला मतदान कर्मी और महिला फोर्स तैनात की गई हैं. पूरे संसदीय क्षेत्र में 8 दिव्यांग मतदान केंद्र, 31 युवा मतदान केंद्र बनाए गए हैं. विधानसभा चुनाव की तर्ज पर 97 संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
बस्तर लोकसभा सीट में कुल मतदाताओं की संख्या: इस बार 14 लाख 66 हजार 337 है. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 6 लाख 98 हजार 197 है. महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 68 हजार 88 है. खास बात यह है कि बस्तर में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले 50 हजार से भी ज्यादा है.
नक्सलगढ़ में जमीन से आसमान तक कड़ी नजर: बस्तर का बड़ा इलाका नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं. लिहाजा अंदरूनी इलाकों में सुरक्षित मतदान और नक्सलियों पर कड़ी नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही है. संवेदनशील इलाकों और मतदान स्थलों के पास जवानों का सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है. बस्तर लोकसभा चुनाव के लिए 1 लाख से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है.
कवासी लखमा और महेश कश्यप के बीच फाइट: बस्तर लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर कुल 11 प्रत्याशियों के बीच घमासान है. मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है. भाजपा ने महेश कश्यप को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा पर भरोसा जताया है.
2019 में कांग्रेस ने पलटी थी बाजी: 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी की लहर के बीच बस्तर सीट पर कांग्रेस के दीपक बैज ने जीत हासिल की थी. दीपक बैज ने इस सीट से बीजेपी के बैदू राम कश्यप को हराया था. दीपक बैज को 46.2 फीसदी वोट मिले थे जबकि भाजपा के बैदू राम कश्यप को 41.73 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. कांग्रेस के हाथ से बस्तर की सीट छीनने पीएम मोदी ने 8 अप्रैल को बस्तर में चुनाव प्रचार किया था. कांग्रेस के लिए वोट मांगने राहुल गांधी 13 अप्रैल को बस्तर पहुंचे थे.