नई दिल्ली : कांग्रेस को बिहार में I.N.D.I.A ब्लॉक कोऑर्डिनेशन से फायदा होने की उम्मीद है. यही वजह है कि पार्टी ने 19 अप्रैल को कटिहार में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और 20 अप्रैल को किशनगंज में पूर्व प्रमुख राहुल गांधी का कार्यक्रम तय किया है.
राजद के साथ कई दौर की बातचीत के बाद कांग्रेस को अपनी पारंपरिक कटिहार सीट मिल गई और उसने वहां से पूर्व सांसद और पूर्व सीडब्ल्यूसी सदस्य तारिक अनवर को मैदान में उतारा है.
तारिक अनवर ने ईटीवी भारत को बताया, '19 अप्रैल को खड़गे की रैली मेरे अभियान के लिए एक प्रमुख बूस्टर होगी. I.N.D.I.A गठबंधन जमीनी स्तर पर काम कर रहा है. हमारे गठबंधन सहयोगी अब पूरे राज्य में सक्रिय हैं.' कांग्रेस ने अपने मौजूदा किशनगंज सांसद मोहम्मद जावेद को दूसरे कार्यकाल के लिए दोहराया है.
2019 में ये थी स्थिति : 2019 के राष्ट्रीय चुनावों में कांग्रेस ने बिहार में 40 में से 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था और केवल किशनगंज में जीत हासिल की थी. राजद ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन एक भी सीट जीतने में असफल रही. भाजपा ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और 17 पर जीत हासिल की, जद-यू ने 17 पर चुनाव लड़ा और 16 पर जीत हासिल की और एलजेएनएसपी ने छह सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 सीटें जीतीं.
2024 में कांग्रेस 9 सीटों पर, राजद 26 सीटों पर और वामपंथी दल 5 सीटों पर I.N.D.I.A ब्लॉक के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं जो सामाजिक न्याय और कल्याण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
'आधी से ज्यादा सीटें जीतेंगे' : मोहम्मद जावेद ने ईटीवी भारत को बताया, 'मैंने राहुल गांधी से 20 अप्रैल को किशनगंज में एक रैली को संबोधित करने का अनुरोध किया है. यह हमारे अभियान के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन होगा. I.N.D.I.A ब्लॉक बहुत अच्छी लड़ाई लड़ रहा है और हम इस बार आधी से ज्यादा सीटें जीतेंगे.'
कांग्रेस कोटे की बाकी सात सीटें भागलपुर, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पटना साहिब, सासाराम और महाराजगंज हैं. कांग्रेस नेताओं के अनुसार, पार्टी के सामाजिक न्याय अभियान को उन लोगों द्वारा बहुत अच्छा समर्थन मिल रहा है जो सत्तारूढ़ भाजपा-जद-यू गठबंधन से नाराज हैं.
तारिक अनवर ने कहा कि 'कांग्रेस-राजद गठबंधन 2019 में केवल एक सीट जीत सका लेकिन इस बार काफी बेहतर प्रदर्शन करेगा. कांग्रेस की सामाजिक न्याय की गारंटी का लोगों में अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. बिहार हमेशा से सामाजिक न्याय का पुरोधा रहा है. जद-यू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हमारा गठबंधन छोड़कर वापस भाजपा में जाने से मतदाता नाखुश हैं. वे सत्तारूढ़ गठबंधन को सबक सिखाएंगे.'
'बड़े नेता भी राज्यभर में प्रचार करेंगे' : अनवर और जावेद दोनों ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के भीतर जमीनी स्तर पर सहयोग हो रहा है. आने वाले दिनों में बड़े नेताओं की संयुक्त रैलियों की योजना बनाई जाएगी. जावेद ने कहा कि 'मेरे संसदीय क्षेत्र में राजद के चार विधायक हैं और वे मुझसे ज्यादा सक्रिय हैं. गठबंधन कार्यकर्ताओं के बीच जमीन पर सहयोग हो रहा है. बड़े नेता भी राज्यभर में प्रचार करेंगे.'
पप्पू यादव को कांग्रेस का समर्थन! : हालांकि, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी ने गठबंधन के बीच भ्रम से बचने के लिए पूर्णिया सीट पर प्रचार करने के राजद के अनुरोध को स्वीकार नहीं किया. पूर्णिया में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे स्थानीय नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को कांग्रेस कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा है, जबकि राजद की बीमा भारती गठबंधन की उम्मीदवार हैं.
पप्पू यादव के निर्दलीय चुनाव लड़ने के कदम से बिहार कांग्रेस प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह नाराज हैं लेकिन पूर्व राजद नेता देवेंद्र प्रसाद यादव अब उनके समर्थन में सामने आए हैं.