वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ धाम का विस्तार कर सुगम और अत्याधुनिक बनाया गया तो विश्व भर से भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है. श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद बाबा की आय में भी कई गुना की वृद्धि हुई है. सुविधाओं के विस्तार होने के बाद विश्वनाथ धाम में दान और दर्शनार्थियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि होती जा रही है.
वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2023 -24 में बाबा की आय में चार गुना की बढ़ोतरी हुई है. बीच में कोरोना काल में भक्तों की संख्या में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन इसके बाद फिर से इसमें वृद्धि दर्ज की गई है. श्री काशी विश्वनाथ धाम के कायाकल्प के बाद यहां कई सुविधाओं की बढ़ोतरी हुई है. मंदिर का विस्तार और दर्शन की सुगमता ने काशी में तीर्थाटन को और बढ़ा दिया.
साल दर साल कैसे बढ़ी आय
वित्तीय वर्ष | आय |
2017-18 | 20 करोड़ 14 लाख 56 हजार 838 |
2018-19 | 26 करोड़ 65 लाख 41 हजार 673 |
2019-20 | 26 करोड़ 43 लाख 77 हजार 438 |
2020-21 | 10 करोड़ 82 लाख 97 हजार 852 |
2021-22 | 20 करोड़ 72 लाख 58 हजार 754 |
2022-23 | 58 करोड़ 51 लाख 43 हजार 676 |
2023-24 | 86 करोड़ 79 लाख 43 हजार 102 |
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि बाबा की आय में चढ़ावा, दान, टिकट और परिसर में नवनिर्मित भवनों के किराए आदि के रूप में पिछले 7 साल में 4 गुना की वृद्धि हुई है. 13 दिसम्बर 2021 को हुए विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद मई 2024 तक बाबा के भक्तों की संख्या 16.22 करोड़ तक पहुंच गई है.
धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी काशी अनादिकाल से सनातन धर्म मानने वालों की तीर्थस्थली है. केंद्र में मोदी और यूपी में योगी सरकार के होने का लाभ बनारस को जबरदस्त तरीके से मिला है. काशी में विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलने लगी हैं.
इस प्राचीन शहर में दुनिया के हर कोने से पहुंचना आसान हो गया है, जिससे यहां भक्तों का प्रवाह बढ़ गया है. ऐसी मान्यता है कि सनातन परम्परा में दान से विशेष पुण्य मिलता है. धर्म की नगरी काशी में आने के बाद शिव भक्त दिल खोल कर चढ़ावा व दान कर रहे हैं.
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