रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 की तैयारी जोरों पर है. सोमवार को ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर से निकली बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली आज अपने दूसरे पड़ाव फाटा के लिए रवाना हो चुकी है. सोमवार रात बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली ने विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में रात्रि विश्राम किया. आज चल विग्रह उत्सव डोली का रात्रि विश्राम अपने दूसरे पड़ाव फाटा में होगा.
फाटा के लिए चली बाबा केदारनाथ की डोली: भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली आज 7 मई मंगलवार को सुबह 8.45 बजे विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रवास के लिए दूसरे पड़ाव फाटा के लिए प्रस्थान कर गई. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के जयकारे लगाते हुए चल विग्रह उत्सव डोली के साथ चल रहे थे. श्री केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई शुक्रवार को खुल रहे हैं. इसके लिए ऊपर केदारनाथ धाम में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
सोमवार को ओंकारेश्वर मंदिर से हुई थी रवाना: इससे पहले सोमवार को केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने सोने का मुकुट बाबा केदार की चल विग्रह मूर्ति को पहनाया था. केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग को 6 महीने केदारनाथ में पूजा का संकल्प दिया गया था. इस दौरान परंपरा अनुसार चल विग्रह उत्सव डोली की भव्य आरती की गई थी. आरती संपन्न होने के बाद बाबा की डोली ने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर की परिक्रमा संपन्न की थी.
आज फाटा में रात्रि प्रवास करेगी डोली: 6 मई को बाबा केदार की डोली उत्सव यात्रा ने पहले रात्रि प्रवास स्थल गुप्तकाशी में विश्राम किया था. आज बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली पैदल यात्रा से फाटा पहुंच जाएगी. 8 मई सुबह डोली गौरीकुंड को रवाना होगी और वहां रात्रि विश्राम करेगी. 9 मई को बाबा केदारनाथ की डोली केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी. 10 मई सुबह 7 बजकर 15 मिनट पर बाबा केदारनाथ धाम के कपाट ग्रीष्मकाल के छह मही के लिए खुल जाएंगे.
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