गोरखपुर : जिले के पिपराइच इलाके से गुरुवार की शाम एक युवक को एटीएस ने पाकिस्तानी कनेक्शन होने की आशंका में उठा लिया. स्थानीय थाने में 4 घंटे तक पूछताछ करने के बाद टीम युवक को अपने साथ लेकर लखनऊ चली गई. पकड़ा गया युवक मर्चेंट नेवी में काम करता है. उसके खाते के जरिए पाकिस्तानी एजेंट से लेनदेन हुआ है. युवक गोवा में काम करता है. चार महीने पहले ही वह गांव आया था. उसका खेत फोरलेन की जद में आ गया है. वह इसका मुआवजा लेने के प्रयास में जुटा था. इस दौरान एटीएस ने उसे गांव से उठा लिया.
पकड़े गए युवक की उम्र 25 वर्ष बताई जा रही है. पिछले चार माह से वह अपने घर पर ही था. गुरुवार की शाम 5 बजे के करीब एटीएस की टीम पिपराइच थाना पहुंची. इसके बाद संबंधित युवक के गांव पहुंची. वहां से उसे घर से उठा लिया. परिवार को टीम ने बताया कि साइबर ठगी के एक मामले में पूछताछ करनी है, थोड़ी देर में छोड़ देंगे. इसमे बाद थाने में लाकर करीब 4 घंटे तक पूछताछ की.
बताया जा रहा है कि युवक पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था. उसके बैंक खाते में रुपयों की लेनदेन हो रही थी. एटीएस की टीम ने परिजनों का मोबाइल नंबर भी लिया है. युवक को उठाए जाने पर परिवार और रिश्तेदार पिपराइच थाने पहुंच गए. इस दौरान पूछताछ में एटीएस का युवक पर शक और गहरा गया. इसके बाद एटीएस उसे अपने साथ लेकर लखनऊ चली गई.
युवक के पिता की मृत्यु करीब 15 वर्ष पहले मौत हो चुकी है. परिजन उसे गलतफहमी में पकड़े जाने की बात कह रहे हैं. एटीएस ने गोरखपुर में इसके पहले भी एक युवक को पकड़ा था. पिछले वर्ष आईएसकेपी नेटवर्क का पर्दाफाश कर गोरखपुर के तारिक को पकड़ा था. पिपराइच में युवक के पकड़े जाने के बाद स्थानीय खुफिया एजेंसी ने भी जांच शुरू कर दी है.
नेपाल और बिहार का सीमावर्ती जिला होने की वजह से गोरखपुर पर भी आतंकी संगठनों की नजर रहती है. पिछले एक दशक में यहां देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त करीब 12 से अधिक लोग पकड़े जा चुके हैं. 2020 में यहां एटीएस के हत्थे आईएसआई का एजेंट भी चढ़ चुका था. उसकी रिश्तेदारी पाकिस्तान में थी. इसी एजेंट को उसने यहां की कई तस्वीरें भेजी थीं.
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