नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सियासी गर्मी अभी से ही तेज हो गई हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज गुरुवार को महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. राहुल गांधी ने आज सांगली में जनसभा को संबोधित करके चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है.
#WATCH | Sangli | On Chhatrapati Shivaji Maharaj statue collapse, Congress MP & LoP Lok Sabha, Rahul Gandhi says, " ...i give you a guarantee that kadam ji's (late congress minister patangrao kadam) statue installed will be here even after 50-70 years....shivaji maharaj's statue… pic.twitter.com/58HRkT3CEF
— ANI (@ANI) September 5, 2024
सांगली में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि संस्थाओं में आरएसएस के लोगों को जगह दी जा रही है. उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई है. हम नफरत की नहीं मोहब्बत की राजनीति करते हैं. बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए राहुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने मणिपुर में आग लगाई है. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की विचारधारा महाराष्ट्र के डीएनए में है. पहले राजनीति होती थी, लेकिन आज भारत में विचारधारा की लड़ाई है. हम सामाजिक प्रगति चाहते हैं, लेकिन वे (भाजपा) चाहते हैं कि केवल कुछ चुनिंदा लोगों को ही सारे लाभ मिलें.
#WATCH | Congress MP & LoP Lok Sabha, Rahul Gandhi addresses a public rally in Maharashtra's Sangli, he says, " ...congress' ideology is in the dna of maharashtra. earlier, there used to be politics, but today there is an ideological fight in india. we want social progress but… pic.twitter.com/7CyoZ97ukf
— ANI (@ANI) September 5, 2024
छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको गारंटी देता हूं कि कदम जी (दिवंगत कांग्रेस मंत्री पतंगराव कदम) की मूर्ति 50-70 साल बाद भी यहां रहेगी. शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित की गई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही मूर्ति गिर गई. यह शिवाजी महाराज का अपमान है. प्रधानमंत्री को न केवल शिवाजी महाराज से बल्कि महाराष्ट्र के हर व्यक्ति से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने शिवाजी की मूर्ति पर भी बोला. उन्होंने कहा कि शिवाजी की मूर्ति बनाने का ठेका गलत व्यक्ति को दिया गया.
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने लोकसभा में कहा है कि कांग्रेस जाति जनगणना कराएगी. हमारा गठबंधन इसे कराएगा. उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर बताया.
#WATCH | Maharashtra: Congress President Mallikarjun Kharge and Lok Sabha LoP & Congress MP Rahul Gandhi unveil the statue of Late Patangrao Kadam in Sangli. pic.twitter.com/85OljHp8eQ
— ANI (@ANI) September 5, 2024
बता दें, महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस यूबीटी सेना और एनसीपी-एसपी के साथ गठबंधन करके राज्य में चुनाव लड़ने जा रही है. खबर मिली है कि राहुल के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी साथ होंगे.
ताजा जानकारी के मुताबिक मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी दिवंगत कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के आवास पर अपनी संवेदना व्यक्त करने पहुंचे हैं. बता दें, वसंत चव्हाण का लंबी बीमारी के बाद 26 अगस्त, 2024 को निधन हो गया था.
Congress President Shri @kharge and LoP Shri @RahulGandhi are scheduled to visit Maharashtra today.
— Congress (@INCIndia) September 5, 2024
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पार्टी के सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के मुताबिक राहुल गांधी करीब एक बजे वांगी में पूर्व राज्य मंत्री स्व. पतंगराव कदम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और इसके बाद करीब 1.45 बजे कडेगांव में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. कांग्रेस वर्तमान में विपक्ष के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें स्वयं कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना यूबीटी और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) शामिल हैं.
इससे पहले बुधवार 4 सितंबर को एनसीपी-एससीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि महा विकास अघाड़ी गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है और इस पद पर अंतिम फैसला महाराष्ट्र में चुनाव के बाद किया जाएगा. कोल्हापुर में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए पवार ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में बहुमत मिलेगा.
उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है. चुनाव के बाद हम इस बारे में सोचेंगे और फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमें बहुमत मिलेगा. चुनाव खत्म होने के बाद हम बैठकर मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर चर्चा करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि पहले भी कई बार गठबंधन बिना किसी मुख्यमंत्री पद के चेहरे के चुनाव में उतरे हैं. शरद पवार ने कहा कि 1977 में आपातकाल के तुरंत बाद हुए चुनाव में किसी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनाया गया था.
उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण का नाम सबसे आगे था, चुनाव हुए और जब प्रधानमंत्री चुनने की बात आई तो मोरारजी देसाई को प्रधानमंत्री चुना गया. इसलिए मेरा मानना है कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा चुनने की कोई जरूरत नहीं है. चुनाव के बाद जनता के बहुमत के आधार पर हम सब मिल-बैठकर आपस में चर्चा करके मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा चुनेंगे.