काजीरंगा: असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व को 1 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए पुनः खोले जाने के बाद से यहां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है. यह पार्क एक सींग वाले गैंडों का विश्व का सबसे बड़ा घर है.
काजीरंगा वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) अरुण विग्नेश के अनुसार, पिछले 15 दिनों में लगभग 13,500 पर्यटक यहां आए हैं. इनसे 29 लाख रुपये से अधिक का राजस्व संग्रह हुआ है. डीएफओ ने कहा कि उन्हें इस बार काफी अधिक संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है. उनका मानना है कि दिवाली की छुट्टियों के दौरान अधिक पर्यटक काजीरंगा आएंगे और इसकी समृद्ध जैव विविधता का अनुभव करेंगे.
विग्नेश ने ईटीवी भारत को बताया कि इस साल बाढ़ के बाद, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व क्षेत्र तक पहुंचने के लिए पर्यटकों द्वारा चुनी गई कुछ सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं. इस वजह से 1 अक्टूबर को पार्क के कुछ हिस्सों को पर्यटकों के लिए आंशिक रूप से फिर से खोल दिया गया. हालांकि लोकप्रिय आकर्षण हाथी सफारी नवंबर के पहले सप्ताह से शुरू होगी और फिलहाल केवल जीप सफारी की सुविधा ही उपलब्ध है.
उन्होंने बताया कि हालांकि पार्क आंशिक रूप से ही खुला है, लेकिन बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटक यहां आए हैं. वन विभाग के अनुसार, पिछले 15 दिनों के दौरान 13,500 घरेलू पर्यटकों और 144 विदेशी पर्यटकों ने पार्क में जीप सफारी का आनंद लिया. वन विभाग के सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
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