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कोलकाता डॉक्टर दुष्कर्म-हत्या मामले में असम के डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन, सुरक्षा के लिए सख्त कानून की मांग - Assam Doctors Protest - ASSAM DOCTORS PROTEST

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के बाद पूरे देश में डॉक्टरों में रोष है. इसी क्रम में असम के गुवाहाटी में सरकारी, निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया.

Doctors protest in Assam
असम में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन (फोटो - ETV Bharat Assam)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 17, 2024, 5:51 PM IST

गुवाहाटी: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ड्यूटी पर तैनात एक युवा महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी नृशंस हत्या के विरोध में शनिवार को असम और गुवाहाटी के साथ-साथ देश भर के सरकारी, निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया.

एम्स-जीएचवाई, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ-साथ गुवाहाटी के सभी सरकारी, निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ सुबह 6 बजे से भारतीय चिकित्सा संघ के तत्वावधान में पूरे देश में 24 घंटे की हड़ताल कर रहे हैं.

विरोध प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य डॉ. भाबेन चौधरी ने कहा कि "इस घटना ने डॉक्टरों को चिंतित कर दिया है. डॉक्टर बहुत चिंतित हैं. ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या करना गंभीर बात है."

उन्होंने कहा कि "पूरे भारत में डॉक्टरों ने इस घटना का विरोध किया है. सरकारी, निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग और शल्य चिकित्सा विभाग शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक बंद रहेंगे. अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाओं और आपातकालीन रोगियों का परीक्षण और ऑपरेशन किया जा रहा है."

उन्होंने कहा कि सरकार को मामले की जांच कर दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने बताया कि असम के 78 पंजीकृत निजी अस्पतालों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

गुवाहाटी के अस्पताल में विरोध सभा में बोलते हुए भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) की असम इकाई की अध्यक्ष डॉ. अरुणिमा गोस्वामी ने कहा कि "केंद्र सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून लागू करना चाहिए. 24 घंटे मानव सेवा में लगे डॉक्टर असुरक्षा से ग्रसित हैं. इस घटना में शामिल दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि ऐसी जघन्य घटनाएं दोबारा न हों."

डॉ. गोस्वामी ने आगे कहा कि "समाज में नैतिक पतन के कारण ऐसी जघन्य घटना घटी है. अस्पतालों को सुरक्षित स्थान पर होना चाहिए. सुरक्षा कड़ी होनी चाहिए. डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए अस्पतालों में मेडिकल सुरक्षा बल तैनात किए जाने चाहिए."

गुवाहाटी नेमकेयर अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ. हितेश बरुआ ने कहा कि "इस हड़ताल के माध्यम से हम लोगों को दिखाना चाहते हैं कि डॉक्टरों को किस तरह असुरक्षित माहौल में काम करना पड़ता है. इसलिए मैं लोगों से इस मामले में हमारा सहयोग करने की अपील करता हूं. कानून को सही तरीके से लागू करने की जरूरत है."

गुवाहाटी: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ड्यूटी पर तैनात एक युवा महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी नृशंस हत्या के विरोध में शनिवार को असम और गुवाहाटी के साथ-साथ देश भर के सरकारी, निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया.

एम्स-जीएचवाई, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ-साथ गुवाहाटी के सभी सरकारी, निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ सुबह 6 बजे से भारतीय चिकित्सा संघ के तत्वावधान में पूरे देश में 24 घंटे की हड़ताल कर रहे हैं.

विरोध प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य डॉ. भाबेन चौधरी ने कहा कि "इस घटना ने डॉक्टरों को चिंतित कर दिया है. डॉक्टर बहुत चिंतित हैं. ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या करना गंभीर बात है."

उन्होंने कहा कि "पूरे भारत में डॉक्टरों ने इस घटना का विरोध किया है. सरकारी, निजी और कॉर्पोरेट अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग और शल्य चिकित्सा विभाग शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक बंद रहेंगे. अस्पतालों में केवल आपातकालीन सेवाओं और आपातकालीन रोगियों का परीक्षण और ऑपरेशन किया जा रहा है."

उन्होंने कहा कि सरकार को मामले की जांच कर दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने बताया कि असम के 78 पंजीकृत निजी अस्पतालों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

गुवाहाटी के अस्पताल में विरोध सभा में बोलते हुए भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) की असम इकाई की अध्यक्ष डॉ. अरुणिमा गोस्वामी ने कहा कि "केंद्र सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून लागू करना चाहिए. 24 घंटे मानव सेवा में लगे डॉक्टर असुरक्षा से ग्रसित हैं. इस घटना में शामिल दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि ऐसी जघन्य घटनाएं दोबारा न हों."

डॉ. गोस्वामी ने आगे कहा कि "समाज में नैतिक पतन के कारण ऐसी जघन्य घटना घटी है. अस्पतालों को सुरक्षित स्थान पर होना चाहिए. सुरक्षा कड़ी होनी चाहिए. डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए अस्पतालों में मेडिकल सुरक्षा बल तैनात किए जाने चाहिए."

गुवाहाटी नेमकेयर अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ. हितेश बरुआ ने कहा कि "इस हड़ताल के माध्यम से हम लोगों को दिखाना चाहते हैं कि डॉक्टरों को किस तरह असुरक्षित माहौल में काम करना पड़ता है. इसलिए मैं लोगों से इस मामले में हमारा सहयोग करने की अपील करता हूं. कानून को सही तरीके से लागू करने की जरूरत है."

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