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असम उपचुनाव: 5 विधानसभा सीटों के लिए 13 नवंबर को मतदान, जानें चुनावी समीकरण

Assam Bypolls Date: असम में सामगुरी, बेहाली, बंगाईगांव, धोलाई और सिदली सीटें विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

Byelections To Five Assam Assembly Constituencies To Be Held On November 13: ECI
निर्वाचन आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस (ANI)

गुवाहाटी: असम में पांच विधानसभा सीटों के लिए बहुप्रतीक्षित उपचुनाव 13 नवंबर को होने जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 के बाद सामगुरी, बेहाली, बंगाईगांव, धोलाई और सिदली सीटें खाली हो गई थीं. निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को इन सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा की.

धोलाई सीट विधायक परिमल शुक्लाबैद्य के लोकसभा सीट जीतने और विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी. इसी तरह सिदली, सामगुरी, बंगाईगांव और समागुरी क्षेत्रों के विधायकों ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.

निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि पांच विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. आयोग के आंकड़ों के अनुसार, उपचुनाव के दौरान पांचों निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 9,10,126 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. बोंगाईगांव में 1,82,354 मतदाता, समागुरी में 1,80,386 मतदाता, धोलाई में 1,97,642 मतदाता, बेहाली में 1,32,579 मतदाता और सिदली निर्वाचन क्षेत्र में 2,17,165 मतदाता हैं.

उपचुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों में टिकट चाहने वालों के बीच लॉबिंग शुरू हो गई है. सामगुरी निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस का दबदबा है. पिछले पांच कार्यकाल से पूर्व मंत्री रकीबुल हुसैन लगातार असम विधानसभा में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. लोकसभा चुनाव में वह धुबरी से रिकॉर्ड मतों के साथ सांसद चुने गए, जिसके बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया.

धोलाई में भाजपा का पलड़ा भारी !
वहीं धोलाई निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है, परिमल शुक्लाबैद्य इसका प्रतिनिधित्व कर रहे थे. इसी तरह, बेहाली निर्वाचन क्षेत्र में भी भाजपा मजबूत है. वर्तमान लोकसभा सांसद रंजीत दत्ता 2001 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. हालांकि, बेहाली में भाजपा के भीतर कलह की खबरें हैं, जिससे उपचुनाव में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है.

दूसरी ओर, बंगाईगांव निर्वाचन क्षेत्र असम गण परिषद (एजीपी) का गढ़ है. बरपेटा लोकसभा क्षेत्र से वर्तमान लोकसभा सांसद फणी भूषण चौधरी 1985 से लगातार आठ बार से यहां से चुनाव जीत रहे थे. चौधरी के सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई. एजीपी असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की सहयोगी है, इसलिए उपचुनाव में भाजपा के इस सीट से उम्मीदवार उतारने की संभावना नहीं है.

क्षेत्रीय पार्टी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल) के जोयंता बसुमतारी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में सिदली से विधायक चुने गए थे. बसुमतारी के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है. हालांकि, सिदली बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) का गढ़ रही है. पूर्व मंत्री चंदन ब्रह्मा ने 2006 से 2016 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था.

यह भी पढ़ें- 'पेजर में विस्फोट किया जा सकता है तो EVM हैक क्यों नहीं हो सकता', CEC ने दिया जवाब

गुवाहाटी: असम में पांच विधानसभा सीटों के लिए बहुप्रतीक्षित उपचुनाव 13 नवंबर को होने जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 के बाद सामगुरी, बेहाली, बंगाईगांव, धोलाई और सिदली सीटें खाली हो गई थीं. निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को इन सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा की.

धोलाई सीट विधायक परिमल शुक्लाबैद्य के लोकसभा सीट जीतने और विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी. इसी तरह सिदली, सामगुरी, बंगाईगांव और समागुरी क्षेत्रों के विधायकों ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.

निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि पांच विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. आयोग के आंकड़ों के अनुसार, उपचुनाव के दौरान पांचों निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 9,10,126 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. बोंगाईगांव में 1,82,354 मतदाता, समागुरी में 1,80,386 मतदाता, धोलाई में 1,97,642 मतदाता, बेहाली में 1,32,579 मतदाता और सिदली निर्वाचन क्षेत्र में 2,17,165 मतदाता हैं.

उपचुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों में टिकट चाहने वालों के बीच लॉबिंग शुरू हो गई है. सामगुरी निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस का दबदबा है. पिछले पांच कार्यकाल से पूर्व मंत्री रकीबुल हुसैन लगातार असम विधानसभा में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. लोकसभा चुनाव में वह धुबरी से रिकॉर्ड मतों के साथ सांसद चुने गए, जिसके बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया.

धोलाई में भाजपा का पलड़ा भारी !
वहीं धोलाई निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है, परिमल शुक्लाबैद्य इसका प्रतिनिधित्व कर रहे थे. इसी तरह, बेहाली निर्वाचन क्षेत्र में भी भाजपा मजबूत है. वर्तमान लोकसभा सांसद रंजीत दत्ता 2001 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. हालांकि, बेहाली में भाजपा के भीतर कलह की खबरें हैं, जिससे उपचुनाव में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है.

दूसरी ओर, बंगाईगांव निर्वाचन क्षेत्र असम गण परिषद (एजीपी) का गढ़ है. बरपेटा लोकसभा क्षेत्र से वर्तमान लोकसभा सांसद फणी भूषण चौधरी 1985 से लगातार आठ बार से यहां से चुनाव जीत रहे थे. चौधरी के सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई. एजीपी असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की सहयोगी है, इसलिए उपचुनाव में भाजपा के इस सीट से उम्मीदवार उतारने की संभावना नहीं है.

क्षेत्रीय पार्टी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल) के जोयंता बसुमतारी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में सिदली से विधायक चुने गए थे. बसुमतारी के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है. हालांकि, सिदली बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) का गढ़ रही है. पूर्व मंत्री चंदन ब्रह्मा ने 2006 से 2016 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था.

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