नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले ही सभी राजनीतिक दल में वोटर्स को लुभाने में जुट गए हैं. इसके चलते पार्टियां रोज-रोज नए नए घोषणाएं कर रही हैं. इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी सीनियर सिटीजन के लिए नई योजना का ऐलान किया है.
केजरीवाल ने बुधवार को 'संजीवनी योजना' की घोषणा की है. इसके तहत दिल्ली में 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा. माना जा रहा है कि केजरीवाल ने इस योजना को केंद्र सरकार की 'आयुष्मान भारत योजना के जवाब में पेश किया है.
गौरतलब है कि इस साल सितंबर महीने में केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी 70 साल या इससे अधिक के वरिष्ठ नागरिकों 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने का ऐलान किया था. यह ही वजह के कि केजरीवाल की संजीवनी योजना को केंद्र की आयुष्मान भारत के काट के तौर पर देखा जा रहा है.
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू नहीं होने दिया है, जिसे लेकर उसकी केंद्र सरकार से तकरार भी चल रही है. AAP का दावा है कि उसके द्वारा राज्य में चलाई जा रही हेल्थ स्कीम, आयुष्मान भारत योजना से बेहतर है.
क्या है संजीवनी योजना ?
संजीवनी योजना में 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज मिलेगा. संजीवनी योजना के तहत होने वाले इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी. यानी मरीजो को इलाज के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा. इलाज के खर्च की कोई ऊपरी सीमा नहीं होगी. इसके लिए रजिस्ट्रेशन एक-दो दिन में शुरू हो जाएगा.
संजीवनी योजना लागू करने के लिए AAP के कार्यकर्ता घर में जाकर बुजुर्गों का रजिस्ट्रेशन करेंगे और इसी रजिस्ट्रेशन से उनका इलाज किया जाएगा. इसके अलावा संजीवनी योजना के तहत सभी तबके के लोग इलाज करवा सकेंगे, चाहे वे अमीर हों या गरीब. इसमें कोई भेदभाव नहीं होगा.
क्या है आयुष्मान भारत स्कीम?
मोदी सरकार द्वारा लागू की गई आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) में 70 साल से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्ग कवर किए गए हैं. ऐसे बुजुर्गों के लिए गोल्डन कार्ड भी बनाया जा रहा है, जिससे उन्हें 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सके.
आयुष्मान भारत के तहत ज्यादातर गंभीर बीमारियों को कवर किया गया है. आयुष्मान भारत के तहत सभी सभी आय वर्ग के बुजुर्गों को फ्री इलाज मिलता है. इस यौजना के तहत लोग देश के 13 हजार प्राइवेट और 17 हजार सरकारी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं.