नई दिल्ली: दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल साइट पर कूड़े के पहाड़ में रविवार को लगी आग पर भले ही काबू करने का दावा किया जा रहा हो, लेकिन इससे निकलने वाले धुंए ने पूरे वातावरण को जहरीला बना कर रख दिया है. गाजीपुर के आसपास ही नहीं बल्कि इसका असर अब दिल्ली-एनसीआर के क्षेत्रों पर भी देखा जा रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण केंद्र के पिछले 24 घंटे के आंकड़ों में दिल्ली का वायु गुणवत्ता स्तर (AQI) 127 रिकॉर्ड किया गया है जिसमें पीएम 2.5, पीएम 10 के अलावा ओजोन गैस की मात्रा भी दर्ज की गई. जिससे लोगों को हवा में सांस लेने में दिक्कत हो रही है.
सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली ही नहीं बल्कि एनसीआर के हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों के कई शहरों में भी पिछले 24 घंटे के दौरान एक्यूआई का लेवल बढ़ा है. 22 अप्रैल को शाम 4 बजे तक दिल्ली का एक्यूआई 127 रिकॉर्ड किया गया, जोकि मध्यम स्तर में येलो अलर्ट के साथ दर्ज किया गया. हैरान करने वाली बात यह कि दिल्ली का एक्यूआई मंगलवार सुबह 10 बजे तक 160 रिकॉर्ड किया गया है, जिससे राजधानी की आबोहवा सोमवार की तुलना में ज्यादा खराब हो गई है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण केंद्र के आंकड़ों पर नजर डाला जाए तो हरियाणा के फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, पानीपत, रेवाड़ी, गुरुग्राम, बहादुरगढ़, सोनीपत की हवा भी खराब हुई है. इन शहरों का पिछले 24 घंटे का वायु गुणवत्ता लेवल मध्यम श्रेणी में येलो कैटेगरी में दर्ज किया गया है. इसी तरह से उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फनगर, बागपत और बुलंदशहर की हवा भी खराब हुई है. ग्रेटर नोएडा की वातावरण ज्यादा खराब है जहां पिछले 24 घंटे का एक्यूआई 170 रिकॉर्ड हुआ है.
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एमसीडी का दावा- 90 फीसदी आग पर पाया काबू
उधर, दिल्ली नगर निगम का कहना है कि गाजीपुर लैंडफिल साइट पर लगी आग को 90 फीसदी तक बुझा दिया गया है. आग लगभग 3000 वर्ग मीटर में लगी थी जिसमें से अब केवल 40-50 छोटी छोटी ज्वालाएं बची हैं. एमसीडी ने सुनिश्चित किया कि आग इस क्षेत्र के बाहर न फैले. उम्मीद की जा रही है कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया जायेगा. इस दिशा में पूरी तेजी के साथ अलग-अलग एजेंसियां अभियान में जुटी हैं.हवा में बढ़े एक्यूआई लेवल से फेफड़े, अस्थमा और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सांस लेने में ज्यादा परेशानी हो रही है. वहीं, अगर हवा की शुद्धता का स्तर नहीं बढ़ता है तो राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का लेवल और बढ़ सकता है.
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