कोलकाता/ढाका: बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार की पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. अनार 13 मई को भारत में लापता हो गए थे. बाग्लादेश के एक अखबार 'डेली स्टार' के मुताबिक गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने अजीम की मौत की पुष्टि की. अनवारुल अजीम 12 मई को इलाज के लिए कोलकाता आए थे. जिसके बाद से वे लापता बताए जा रहे थे. बुधवार को उनका शव कोलकाता के न्यूटाउन इलाके के एक फ्लैट से बरामद किया गया. इस विषय पर बांग्लादेश के मंत्री ने कहा कि, अब तक उन्हें जो जानकारी मिली है, उसके हिसाब से इस हत्याकांड में शामिल सभी हत्यारे बांग्लादेश के हैं. उन्होंने इसे एक सुनियोजित हत्या करार दिया. बांग्लादेश के अखबार डेली स्टार के अनुसार गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने कहा कि, बांग्लादेश पुलिस ने 56 वर्षीय विधायक की हत्या के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
आखिर हत्या का मकसद क्या था?
गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने आगे कहा कि, सासंद की हत्या क्यों हुई, इसके बारे में वे सूचित करेंगे. उन्होंने कहा कि, हत्या के इस मामले में भारतीय पुलिस बांग्लादेश पुलिस की मदद कर रही है. बता दें कि, तीन बार के सांसद और कालीगंज उपजिला इकाई अवामी लीग के अध्यक्ष इलाज कराने के लिए निजी यात्रा पर भारत आए हुए थे. उनके लापता होने के बारे में एक जनरल डायरी रिपोर्ट 18 मई को उत्तरी कोलकाता के बारानगर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी.
कोलकाता पुलिस ने मामले की जांच शुरू की
इस बीच, कोलकाता पुलिस ने मामले की संयुक्त जांच शुरू कर दी है. अजीम के परिवार के सदस्य भी आगे की औपचारिकताओं के लिए कोलकाता पहुंचने वाले हैं और उनकी वीजा प्रक्रिया चल रही है. इस बीच, दिल्ली दूतावास में बांग्लादेश के प्रेस मंत्री शाबान महमूद ने कहा, 'भारत हमारा पुराना और भरोसेमंद मित्र देश है, और हम भारतीय अधिकारियों से अधिक जानकारी की उम्मीद कर रहे हैं.'
न्यूटाउन के एक फ्लैट में सांसद का मिला शव
बिधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने काफी प्रयास करने के बाद लापता सांसद के बारे में पता लगाया. पुलिस के मुताबिक न्यूटाउन में एक आवास पर तलाशी के दौरान बांग्लादेशी सांसद का शव बरामद किया गया. आवास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है. वहीं पुलिस मामले की जांच के लिए सुरक्षा गार्डों से भी पूछताछ कर रही है. सूत्रों ने बताया कि तलाशी में एसटीएफ और आईबी के जासूस भी शामिल थे. अजीम कोलकाता आने के बाद से जिस कार का इस्तेमाल कर रहे थे, उसका भी पता लगा लिया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अजीम के साथ दो अन्य लोग भी थे. शुरूआती पुलिस जांच से संकेत मिलता है कि वे दो लोग सीधे तौर पर हत्या में शामिल हो सकते हैं, और घटना के तुरंत बाद देश छोड़कर भाग गए.
12 मई को इलाज के लिए कोलकाता आए थे बांग्लादेशी सांसद
पुलिस ने अजीम का पता लगाने के लिए न्यूटन और बारानगर के अलग-अलग हिस्सों में तलाशी अभियान चलाया था. वाणिज्य दूतावास के एक अधिकारी ने कहा कि सांसद 12 मई को दर्शना सीमा के माध्यम से पश्चिम बंगाल में दाखिल हुए थे और बारानगर में अपने एक दोस्त गोपाल विश्वास के घर गए थे. एक अधिकारी का कहना था कि, बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम इलाज के लिए 12 मई को कोलकाता आए थे. वे शहर के उत्तरी इलाके बारानगर में अपने दोस्त के घर पर रह रहे थे. 13 मई को वे किसी मिलने के लिए गए हुए थे, जिसके बाद से वे वापस नहीं लौटे. पुलिस के मुताबिक, बांग्लादेशी सांसद के दोस्त ने अनवारुल अजीम के लापता होने की शिकायत पुलिस से की. वहीं,अजीम की बेटी मुमतरीन फिरदौस ने 18 मई को ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस खुफिया विभाग में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. 13 मई के बाद से उन्होंने अपने परिवार से संपर्क नहीं किया था और 14 मई से उनका फोन बंद हो गया था. बैरकपुर के पुलिस आयुक्त आलोक राजोरिया ने पहले ईटीवी भारत को बताया था कि सांसद के फोन की आखिरी लोकेशन बिहार में पाए जाने के बाद से बंगाल पुलिस ने बिहार और छत्तीसगढ़ पुलिस से भी सहायता मांगी है.
ये भी पढ़ें: इलाज के लिए भारत आए बांग्लादेश के सांसद लापता, पुलिस कर रही जांच