रांची: झारखंड कांग्रेस में मचा राजनीतिक गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. चंपई सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह के बाद झारखंड कांग्रेस के 12 विधायक बागी हो गए हैं. शनिवार को पूरे दिन चले इस राजनीतिक घटनाक्रम का कोई फलाफल नहीं निकाला और अब सभी 10 विधायक दिल्ली के लिए रवाना हो गए, वहीं दो विधायक कल जाएंगे. इन विधायकों की नाराजगी है कि कांग्रेस कोटे से जिन्हें मंत्री बनाया गया है उनको हटाया जाय.
शुक्रवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार के समय विधायकों ने अपनी नाराजगी जताते हुए खुद को सर्किट हाउस के कमरे में बंद कर लिया था. हालांकि काफी मान मनव्वल के बाद ये लोग शपथ ग्रहण समारोह में गए लेकिन नाराजगी जस की तस बनी रही. शनिवार को पूरे दिन राजनीतिक घटनाक्रम एक के बाद एक चलता रहा. सभी 12 विधायक एक जगह जुटे और अपने विरोध को बता दिया. पूरे दिन मान मनव्वल की पूरी कोशिश हुई लेकिन विधायक नहीं माने. इन्हें मनाने हेमंत सोरेन के छोटे भाई और मंत्री बसंत सोरेन भी पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी. सभी विधायक दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.
चंपई सोरेन सरकार नए नए मंत्री बने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के बेटे और राज्य के पथ निर्माण मंत्री बसंत सोरेन का कांग्रेस के बागी विधायकों को मनाने का प्रयास विफल हो गया है. करीब दो घंटे से अधिक समय तक रांची के एक होटल में जमे 08 कांग्रेसी विधायकों को बसंत सोरेन समझाते रहे और अपने स्तर से विधायकों की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन देते रहे लेकिन बागी विधायक अपनी मूल मांग से एक इंच भी पीछे नहीं हुए.
सभी बागी विधायकों ने एक स्वर में कहा कि वह सरकार या महागठबंधन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन जिस तरह से डार्क में रखकर कांग्रेस की ओर से पुराने मंत्रियों को ही दोबारा मंत्री पद की शपथ दिलाई गई वह गलत है. इसलिए हम सब विधायक एकजुट होकर दिल्ली जा रहे हैं.
बैठक के बाद होटल रासो से बाहर निकले बसंत सोरेन ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों में कहीं कोई नाराजगी नहीं थी. मन में कुछ शंका थी जिसे दूर करने की कोशिश उन्होंने की है. पूरा महागठबंधन परिवार एकजुट है. दिल्ली जाने पर नाराज विधायकों के अड़ जाने पर बसंत सोरेन ने कहा कि यह उनकी पार्टी की बात है. कोई ऐसी शंका नहीं थी, जो शंकाएं थी उसे एड्रेस कर दिया गया है.
शीर्ष नेतृत्व के टच में हैं बागी विधायक
कांग्रेस के नाराज 12 विधायकों में से एक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने कहा कि हमलोगों की आलाकमान से बात हो रही है, हम उनके टच में हैं. हर विधायक का यह कर्तव्य है कि वह अपने दल के हित में काम करें. अनूप सिंह ने कहा कि आज होटल से 08 विधायक एयरपोर्ट के लिए निकले हैं, 02 विधायक सीधे एयरपोर्ट पहुंचेंगे और 02 विधायक कल दिल्ली पहुंच जायेंगे. उन्होंने कहा कि एक मत से अपनी भवनाओं से पार्टी के सीनियर नेताओं को बता दिया गया है.
बसंत सोरेन के प्रयास की सराहना करते हुए अनूप सिंह ने कहा कि वह उस परिवार से आते हैं जिनके नाम मात्र से महागठबंधन को मजबूती मिलती है. उन्होंने भी हमें आश्वासन दिया है कि पूर्व की सरकार में जो बातें गलत डायरेक्शन में चली जाती थी उसे दुरुस्त कर लिया जाएगा. सबका मान सम्मान का ख्याल रखा जाएगा.
वहीं, दिल्ली रवाना होने से पूर्व खिजड़ी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि आलाकमान के साथ तमाम विंदुओं पर बात होगी, पार्टी की चिंता करना सबका कर्तव्य है. वहीं अम्बा प्रसाद ने कहा कि फिलहाल हम सभी दिल्ली जा रहे हैं. उसके बाद आगे की रणनीति तय होगी.
आप को बता दें कि चंपई सोरेन के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कांग्रेस के विधायकों के भीतर लगातार गतिरोध बरकरार है. कुछ विधायक दिल्ली जाकर अपनी बात को आलाकमान के सामने रखकर भी आए थे लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई और इसी बात से अब विधायक नाराज हैं.
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