विजयनगरम: पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से 810 किलो गांज बरामद किया है. तस्कर पुलिसकर्मी बताकर गांजा की खेप को ठिकाने तक पहुंचा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.
ड्रग्स तस्करों ने गांजा की तस्करी के लिए नया रास्ता चुना. हालांकि वे पकड़े गए. एक वाहन पर पुलिस का बोर्ड लगाकर गांजा ले जाने का मामला सामने आया है. आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के रामभद्रपुरम मंडल के कोट्टाक्की में पुलिस ने भारी मात्रा में गांजा जब्त किया है. ओडिशा से गांजा ले जा रहे एक कोयला ट्रक और दो वैन को कोट्टाक्की चेक पोस्ट पर पुलिस ने पकड़ लिया.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने ट्रक की जांच करनी चाही तो उन्होंने कहा कि वे ओडिशा पुलिस हैं. उन्होंने पुलिस को बताया कि वे ओडिशा की सरकारी मशीनों की मरम्मत के लिए ट्रक इसे ट्रक से विशाखापत्तनम ले जा रहे है. संदिग्ध पाए जाने पर आंध्र प्रदेश पुलिस ने जबरन ट्रक की जांच की. जांच के दौरान ट्रक में 810 किलो गांजा पाया गया.
पुलिस ने बताया कि इसकी कीमत 20 लाख रुपये आंकी गई. वाहनों को जब्त कर लिया गया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार किए गए लोगों में मध्य प्रदेश के हकुम सोलंकी, उनके बेटे अनिल सोलंकी और ओडिशा के ज्योति भूषण बेहरा शामिल हैं. डीएसपी श्रीनिवास राव ने कहा, 'जब हम कोट्टाकी चेक पोस्ट पर चेकिंग कर रहे थे, तो तीन गाड़ियां आई. ओडिशा पुलिस विभाग की नंबर प्लेट और बोर्ड वाली दो वैन एक लॉरी के एस्कॉर्ट के तौर पर आई. संदेह के आधार पर उसकी जांच की तो उसमें मारिजुआना पाया गया. जांच करने पर पता चला कि वे नकली पुलिस अधिकारी थे. गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को जेल भेज दिया गया.'