विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने 'स्वर्ण आंध्र-2047' विजन दस्तावेज जारी किया. इस अवसर पर उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि, स्वर्ण आंध्र-2047 के साकार होने के साथ ही राज्य की दशा और दिशा बदल जाएगी और साथ ही आंध्र प्रदेश देश में नंबर एक राज्य के रूप में उभर कर आगे आएगा.
सीएम नायडू ने कहा कि, कुछ साल पहले सभी ने साइबराबाद क्षेत्र में चट्टानें और टीले देखे थे.. तो उन्होंने सिंगापुर, दुबई और न्यूयॉर्क जैसे मेगासिटीज देखे. सीएम ने कहा कि, उन्होंने 26 जनवरी, 1999 को विजन लॉन्च किया और लागू किया. जिससे हैदराबाद देश का सबसे अच्छा शहर बन गया. उन्होंने दावा किया कि, स्वर्ण आंध्र का सपना सच होगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा कि, विकास तभी संभव है जब स्थिर सरकार हो. उन्होंने कहा कि, लोग हमारे लिए महत्वपूर्ण है.
बता दें कि, डिप्टी सीएम पवन कल्याण के साथ चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा में आयोजित एक बैठक में स्वर्ण आंध्र-2047 विजन दस्तावेज का अनावरण किया. उन्होंने स्वर्ण आंध्र का लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दस सिद्धांतों की घोषणा की. दस्तावेज की तैयारी के हिस्से के रूप में, 17 लाख लोगों ने ऑनलाइन सुझाव और सिफारिशें दी हैं. सीएम ने कहा कि, राज्य सरकार ने 1.18 करोड़ परिवारों से फीडबैक लिया है.
42 हजार डॉलर की प्रति व्यक्ति आय
इस दौरान सीएम चंद्रबाबू ने सुझाव दिया कि, सभी को विजन दस्तावेज के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा, 'मुझे 2047 तक मैं, मेरा परिवार, गांव, मंडल, जिला कहां होना चाहिए, इसकी योजना का निर्माण करना चाहिए. प्रति व्यक्ति आय 42 हजार डॉलर तक पहुंचने पर परिवार कैसा होगा, इसकी कार्ययोजना पर भी विचार करना चाहिए.
राजधानी के किसानों पर पिछली सरकार द्वारा दर्ज मामले वापस लेंगे
चंद्रबाबू ने कहा कि, किसानों ने राजधानी अमरावती के निर्माण के लिए 33 हजार एकड़ जमीन देकर सहयोग किया तो पिछली सरकार ने गंभीर मुश्किलें खड़ी कर दी थीं. उन्होंने कहा कि, राजधानी के किसानों पर पिछली सरकार द्वारा दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे और उनसे किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे.
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