आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनावों के साथ-साथ विधानसभा चुनावों के लिए भी वोट डाले गए. शाम पांच बजे तक राज्य में कुल 68 फीसदी वोटिंग हुई. हालांकि, इसमें कुछ और बढ़ोतरी की संभावना है. राज्य भर में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान का समय शाम छह बजे समाप्त हो गया. हालांकि, मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पहले से ही मतदान केंद्रों पर कतारों में इंतजार करते नजर आए. समय समाप्त होने के बाद भी वोटरों की लंबी कतार को देखते हुए चुनाव आयोग ने बचे हुए मतदाताओं को मतदान करने का अवसर प्रदान किया. शाम पांच बजे तक करीब 68 फीसदी मतदान हुआ. वहीं शाम 7 बजे तक 3 हजार 500 मतदान केंद्रों पर मतदान जारी रहा. बताया गया कि, विशाखा जिले के करीब 135 मतदान केंद्रों पर अगले दो घंटे तक मतदान होने की संभावना है. जिसके मुताबिक, देर रात तक मतदान प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है.
अराकू, पडेरू और रामपछोड़ावरम इलाकों में मतदान सोमवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 4 बजे समाप्त हुआ. कुरुपम, पालकोंडा और सलूर में यह शाम 5 बजे समाप्त हो गया. अन्य जगहों पर, मतदान का समय शाम 6 बजे समाप्त हो गया, लेकिन लगभग हर जगह लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बड़ी कतारों में इंतजार कर रहे थे. इसके साथ ही चुनाव आयोग के अधिकारियों ने सभी को पर्चियां देकर सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अनुमति दी, जिससे मतदान प्रतिशत अधिक दर्ज होने की संभावना है.
बता दें कि ,आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. साल 2019 के विधासभा चुनावों में राज्य में भारी वोटिंग हुई थी. उस दौरान कुल 80.39 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. 2024 विधानसभा चुनावों के लिए पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने मौजूदा सीएम जगनमोहन रेड्डी को कड़ी टक्कर देने के लिए भाजपा और जनसेना के साथ गठबंधन किया. चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी राज्य की कुल 175 विधानसभा सीटों में से 144 सीटों पर चुनाव लड़ी है. बाकी सीटों में 10 पर बीजेपी और 21 सीटों पर जनसेना चुनाव लड़ी. वहीं, आंध्र प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. वहीं 8-7 सीटों लेफ्ट की दोनों पार्टियों के लिए छोड़ी गईं. आंध्र प्रदेश की सत्ता पर काबिज जगनमोहन की अगुवाई वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी 175 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ी.