बेंगलुरु: कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि आगामी राज्यसभा चुनाव में बीजेपी समर्थित और धर्मनिरपेक्ष जनता दल के उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी के खिलाफ वोट करने के लिए कांग्रेस विधायक दल के सदस्यों को प्रलोभन देने की साजिश रची गई है. इसके चलते विधायक रवि गनीगा ने बीजेपी और जेडीएस समर्थकों के खिलाफ शहर पुलिस कमिश्नर से शिकायत दर्ज कराई है.
लता, पुट्टास्वामी गौड़ा और कुछ कांग्रेस विधायकों, जो कांग्रेस विधायक दल के सदस्य भी हैं, को प्रलोभन देने और उन पर दबाव डालने के आरोप के तहत शिकायत दर्ज की गई है. आरोप है कि प्रत्येक गैर-पार्टी को 100 करोड़ से 150 करोड़ तक देने का प्रलोभन किया गया है. कांग्रेस विधायक रविकुमार गनीगा ने आरोप लगाया है कि उन्हें लालच दिया गया है.
मंगलवार को विधानसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव होंगे. एक उम्मीदवार को जीत के लिए 44 वोटों की जरूरत है. हमारे तीन उम्मीदवारों के पास जीतने के लिए संख्या बल है. हमारे तीनों उम्मीदवार आसानी से जीतने वाले हैं. लेकिन, विपक्ष ने साजिश रची है. उन्होंने कुपेंद्र रेड्डी पर उन्हें लेफ्ट से जिताने का लालच देने का आरोप लगाया.
उन्होंने बताया कि प्रलोभन के कागजात पुलिस अधिकारियों को दे दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि 'प्रलोभन और धमकी से चुनाव नहीं जीता जा सकता. हमने गैर-पार्टी उम्मीदवारों को फोन कॉल और धमकियों के बारे में शिकायत की है. वे वामपंथ से जीत की साजिश रच रहे हैं.' जिन लोगों ने गैर-पार्टी उम्मीदवारों से संपर्क किया है, उनमें पूर्व विधायक, डॉक्टर, होटल मालिक और पूर्व मंत्री शामिल हैं.
आरोप लगाया गया कि 'उन्होंने फोन कर धमकी दी कि वोट करो नहीं तो स्थिति संभल नहीं पायेगी. हमारे पास इसका रिकॉर्ड है कि उन्होंने किस समय फोन किया और क्या कहा.' रविकुमार गनीगा ने आरोप लगाया कि 'उन्होंने एक दूसरे को एक रेट दे दिया है. प्रत्याशी के बेटे, रिश्तेदार, कारोबारी, पूर्व विधायक फोन कर रहे हैं. कुपेंद्र रेड्डी नाम के एक बिजनेसमैन राज्यसभा चुनाव लड़ रहे हैं.'
उन्होंने आगे कहा कि 'वे खरीद-फरोख्त करने जा रहे हैं. गैर-पार्टी उम्मीदवारों ने हमें इस बारे में बताया है.' तारिकेरे विधायक श्रीनिवास ने साथ ही कहा कि हमारे पास इस बारे में वॉयस रिकॉर्ड है. कुपेंद्र रेड्डी ने आरोपों को किया खारिज: कुपेंद्र रेड्डी ने अपने ऊपर लगे प्रलोभन के आरोप को खारिज कर दिया है. विधानसभा में इस पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि 'क्या आप उन पर गैर-पार्टी सदस्यों से बात करने का आरोप लगा रहे हैं? क्या उन्होंने पहले हमारे सात सदस्यों का अपहरण नहीं किया था? फिर हमें क्या दोष देना चाहिए?'
उन्होंने आगे कहा कि 'वोट मांगने का हमारा अधिकार संविधान में है. जो लोग हमारी प्रशंसा करते हैं वे वोट देंगे. पार्टी के बाहर किसी ने ऐसा कहा है और अब वे इस तरह की बात कर रहे हैं.' उन्होंने आरोप लगाया है कि '100 करोड़ रुपये देने का प्रलोभन दिया गया है. मेरी कोई सरकार नहीं है. कहां से दें इतने पैसे? मैंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. नामांकन पत्र वापस लेने का आज आखिरी दिन है. इसलिए वे मुझे ब्लैकमेल कर रहे हैं.'