लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव. सोमवार को समाजवादी पार्टी की ओर से जारी एक और लिस्ट में पार्टी ने कन्नौज लोकसभा सीट पर तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी घोषित किया है. इसी के साथ बलिया सीट पर सपा ने वरिष्ठ नेता सनातन पांडेय को उम्मीदवार बनाया है. इसके साथ ही उन अटकलों पर विराम लग गया है कि, कन्नौज से अखिलेश यादव चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि ईटीवी भारत शुरू से ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के लोकसभा चुनाव न लड़ने की खबर प्रकाशित की थी. सोमवार को आधिकारिक रूप से सपा ने तेज प्रताप यादव को कन्नौज से प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
समाजवादी पार्टी ने कन्नौज सीट पर भी अपने परिवार से उम्मीदवार बनाया है. इसके पहले डिंपल यादव मैनपुरी, धर्मेंद्र यादव आजमगढ़, आदित्य यादव बदायूं और अक्षय यादव को फिरोजाबाद से चुनाव मैदान में उतारा गया है. अब कन्नौज में भी अखिलेश यादव ने अपने परिवार के सदस्य तेज प्रताप यादव को टिकट दे दिया है.
तेज प्रताप यादव, मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रतन सिंह यादव के पोते हैं. तेज प्रताप के पिता रणवीर सिंह यादव राजनीतिक रूप से काफी सक्रिय थे, लेकिन 36 साल की उम्र में उनका असमय निधन हो गया था. वो ब्लाक प्रमुख रहे हैं. जिस लिहाज से तेज प्रताप यादव उनके भतीजे हैं. तेज प्रताप की पत्नी राजलक्ष्मी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी हैं. यानि तेज प्रताप लालू प्रसाद के दामाद हैं. तेज प्रताप मैनपुरी से पहले भी सांसद रह चुके हैं.
वहीं समाजवादी पार्टी से तेज प्रताप यादव के नाम की घोषणा के बाद बसपा प्रत्याशी इमरान बिन जफर ने कहा कि अखिलेश यादव हार के डर से कन्नौज चुनाव लड़ने नहीं आए. अखिलेश यादव चुनाव लड़ने आते तो बहुत अच्छा रहता. लेकिन उनको जीत का पुख्ता विश्वास न रहा होगा.
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने बताया कि, अखिलेश यादव चुनाव लड़ने आते तो उनकी हार होती, हार और बदनामी से बचने के लिए अखिलेश यादव ने तेज प्रताप को मैदान में उतारा है.
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