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तमिलनाडु के गवर्नर आरएन रवि से मिले एआईएडीएमके प्रमुख एडप्पादी पलानीस्वामी

Tamil Nadu Governor RN Ravi, तमिलनाडु में विपक्षी नेता एडप्पादी पलानीस्वामी ने रविवार को राज्यपाल आरएन रवि से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्य में नशीले पदार्थों के बढ़ते उपयोग को लेकर डीएमके सरकार के खिलाफ याचिका दी है. इस मुलाकात के बाद राज्यपाल रवि ने एक बयान जारी किया था.

Tamil Nadu Governor RN Ravi
तमिलनाडु के गवर्नर आरएन रवि
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 10, 2024, 9:32 PM IST

चेन्नई (तमिलनाडु): एआईएडीएमके प्रमुख और तमिलनाडु विधानसभा के विपक्षी नेता एडप्पादी पलानीस्वामी (ईपीएस) ने रविवार को तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि से मुलाकात की. इस दौरान ईपीएस ने राज्य में नशीले पदार्थों के उपयोग में डीएमके सरकार के शामिल होने का आरोप लगाते हुए, सरकार के खिलाफ याचिका दी. इस मुलाकात के बाद राजभवन तमिलनाडु ने एक बयान जारी किया, जिसमें राज्यपाल ने राज्य के युवाओं को सलाह दी.

इस बयान में कहा गया कि 'हाल ही में बड़ी मात्रा में नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थों पर प्रतिबंध और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तमिलनाडु और अन्य स्थानों में अंतर्राष्ट्रीय ड्रग कार्टेल के सदस्यों की गिरफ्तारी ने हमारे सबसे बुरे डर - हमारे राज्य में नशीले पदार्थों के प्रसार की पुष्टि की है.'

बयान में आगे कहा गया कि 'हाई स्कूलों और कॉलेजों में अपने बच्चों के साथ चिंतित माता-पिता, पिछले एक साल से अधिक समय से, राज्य में परिसरों और मनोरंजन क्लबों में नशीली दवाओं के प्रसार पर अपनी गंभीर चिंताओं को मेरे साथ साझा कर रहे हैं.' उस बयान पर राज्यपाल ने कहा कि केंद्रीय खुफिया, जांच और प्रवर्तन एजेंसियों को हमारे राज्य में दवाओं की अवैध तस्करी करने वाले महत्वपूर्ण नोड्स वाले अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल के संचालन से जब्त कर लिया गया है.

इस बयान में आगे कहा गया कि 'ये दवाएं अत्यधिक नशे की लत और विनाशकारी हैं. अगर इस पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो यह जल्द ही हमारी आने वाली पीढ़ियों को नष्ट कर देगी. नशीली दवाओं का दुरुपयोग कई अन्य जघन्य अपराधों को भी जन्म देता है. इस खतरे से तीव्र तात्कालिकता और सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ निपटना होगा. केंद्र और राज्य की प्रवर्तन एजेंसियां अपना काम करेंगी.'

राज्यपाल ने अपने बयान में कहा कि 'हमारे राज्य में अभिभावकों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधन को ऐसी दवाओं के खिलाफ हमेशा सतर्क रहना चाहिए.' चूंकि नशीली दवाओं के तस्करों का प्राथमिक लक्ष्य युवा होते हैं, इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों द्वारा इस तरह के दुर्व्यवहार के किसी भी संकेत का पता लगाने के लिए अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए.

राज्यपाल की युवाओं से अपील: राज्यपाल रवि ने अपने बयान में युवाओं से अपील की कि 'कृपया ऐसे प्रलोभनों से दूर रहें, क्योंकि यह आपके जीवन और परिवारों को अपूरणीय रूप से नष्ट कर देगा. शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधन की यह सुनिश्चित करने की विशेष जिम्मेदारी है कि ऐसी दवाओं को उनके परिसरों या उनके आसपास प्रवेश न मिले. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि 'हमारे लोगों और राज्य के भविष्य की खातिर, मैं नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ सभी से पूर्ण सहयोग का आग्रह करता हूं.'

चेन्नई (तमिलनाडु): एआईएडीएमके प्रमुख और तमिलनाडु विधानसभा के विपक्षी नेता एडप्पादी पलानीस्वामी (ईपीएस) ने रविवार को तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि से मुलाकात की. इस दौरान ईपीएस ने राज्य में नशीले पदार्थों के उपयोग में डीएमके सरकार के शामिल होने का आरोप लगाते हुए, सरकार के खिलाफ याचिका दी. इस मुलाकात के बाद राजभवन तमिलनाडु ने एक बयान जारी किया, जिसमें राज्यपाल ने राज्य के युवाओं को सलाह दी.

इस बयान में कहा गया कि 'हाल ही में बड़ी मात्रा में नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थों पर प्रतिबंध और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तमिलनाडु और अन्य स्थानों में अंतर्राष्ट्रीय ड्रग कार्टेल के सदस्यों की गिरफ्तारी ने हमारे सबसे बुरे डर - हमारे राज्य में नशीले पदार्थों के प्रसार की पुष्टि की है.'

बयान में आगे कहा गया कि 'हाई स्कूलों और कॉलेजों में अपने बच्चों के साथ चिंतित माता-पिता, पिछले एक साल से अधिक समय से, राज्य में परिसरों और मनोरंजन क्लबों में नशीली दवाओं के प्रसार पर अपनी गंभीर चिंताओं को मेरे साथ साझा कर रहे हैं.' उस बयान पर राज्यपाल ने कहा कि केंद्रीय खुफिया, जांच और प्रवर्तन एजेंसियों को हमारे राज्य में दवाओं की अवैध तस्करी करने वाले महत्वपूर्ण नोड्स वाले अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल के संचालन से जब्त कर लिया गया है.

इस बयान में आगे कहा गया कि 'ये दवाएं अत्यधिक नशे की लत और विनाशकारी हैं. अगर इस पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो यह जल्द ही हमारी आने वाली पीढ़ियों को नष्ट कर देगी. नशीली दवाओं का दुरुपयोग कई अन्य जघन्य अपराधों को भी जन्म देता है. इस खतरे से तीव्र तात्कालिकता और सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ निपटना होगा. केंद्र और राज्य की प्रवर्तन एजेंसियां अपना काम करेंगी.'

राज्यपाल ने अपने बयान में कहा कि 'हमारे राज्य में अभिभावकों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधन को ऐसी दवाओं के खिलाफ हमेशा सतर्क रहना चाहिए.' चूंकि नशीली दवाओं के तस्करों का प्राथमिक लक्ष्य युवा होते हैं, इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों द्वारा इस तरह के दुर्व्यवहार के किसी भी संकेत का पता लगाने के लिए अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए.

राज्यपाल की युवाओं से अपील: राज्यपाल रवि ने अपने बयान में युवाओं से अपील की कि 'कृपया ऐसे प्रलोभनों से दूर रहें, क्योंकि यह आपके जीवन और परिवारों को अपूरणीय रूप से नष्ट कर देगा. शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधन की यह सुनिश्चित करने की विशेष जिम्मेदारी है कि ऐसी दवाओं को उनके परिसरों या उनके आसपास प्रवेश न मिले. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि 'हमारे लोगों और राज्य के भविष्य की खातिर, मैं नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ सभी से पूर्ण सहयोग का आग्रह करता हूं.'

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