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वरुण गांधी को अधीर रंजन ने दिया ऑफर, कहा - 'कांग्रेस में आएं, खुशी होगी' - Adhir offers Varun to join Congress - ADHIR OFFERS VARUN TO JOIN CONGRESS

Adhir Ranjan offered Varun Gandhi to join Congress: भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव में पीलीभीत से वर्तमान सांसद वरुण गांधी को मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया है, इसके बाद कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने एक प्रस्ताव दिया. अधीर रंजन ने वरुण गांधी को कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दिया है.

Adhir Ranjan Choudhary asked Varun Gandhi to join Congress. (File Photo)
वरुण गांधी को अधीर रंजन ने कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दिया. (फाइल फोटो)
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By ANI

Published : Mar 26, 2024, 3:28 PM IST

मुर्शिदाबाद (प.बंगाल) : बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में पीलभीत से तीन बार के सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है. उनकी जगह भाजपा ने योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने वरुण गांधी को कांग्रेस में आने का ऑफर दिया है.

वरुण गांधी को कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर : बीजेपी सांसद वरुण गांधी को बीजेपी से लोकसभा टिकट नहीं मिलने पर बरहामपुर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अधीर रंजन चौधरी का बयान सामने आया है. अधीर रंजन ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि गांधी परिवार से संबंध के कारण वरुण गांधी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है.

रंजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'उन्हें यहां आना चाहिए. हमें खुशी होगी. वह एक शिक्षित व्यक्ति हैं. उनकी छवि साफ है. भाजपा ने उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह गांधी परिवार से संबंधित हैं. मुझे लगता है कि उन्हें (कांग्रेस में) आना चाहिए'.

भाजपा ने वरुण गांधी का काटा टिकट : भाजपा ने रविवार को लोकसभा चुनाव के लिए 111 उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं सूची की घोषणा की, जिसमें वरुण गांधी का पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से टिकट काट दिया गया. उत्तर प्रदेश के मंत्री जितिन प्रसाद, जो दो साल पहले कांग्रेस से भाजपा में आए थे, उनको पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है.

2009 में अपने पहले चुनाव में वरुण गांधी ने 4.19 लाख वोटों के साथ पीलीभीत में निर्णायक जीत हासिल की थी. 2014 और 2019 में उनकी बाद की जीत ने परिवार के राजनीतिक प्रभुत्व को और मजबूत किया. प्रसाद, जो मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में दो बार मंत्री थे और राहुल गांधी के शीर्ष सहयोगियों में से एक माने जाते थे, 2014 और 2019 में दो लोकसभा चुनाव हार गए थे. उन्हें 2021 में यूपी विधान परिषद के लिए चुना गया.

उत्तर प्रदेश, जो सबसे अधिक 80 सांसदों को संसद में भेजता है, सभी सात चरणों में मतदान करेगा. चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.

पढ़ें: कांग्रेस की सीईसी ने करीब 30 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई

मुर्शिदाबाद (प.बंगाल) : बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में पीलभीत से तीन बार के सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है. उनकी जगह भाजपा ने योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने वरुण गांधी को कांग्रेस में आने का ऑफर दिया है.

वरुण गांधी को कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर : बीजेपी सांसद वरुण गांधी को बीजेपी से लोकसभा टिकट नहीं मिलने पर बरहामपुर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अधीर रंजन चौधरी का बयान सामने आया है. अधीर रंजन ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि गांधी परिवार से संबंध के कारण वरुण गांधी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है.

रंजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'उन्हें यहां आना चाहिए. हमें खुशी होगी. वह एक शिक्षित व्यक्ति हैं. उनकी छवि साफ है. भाजपा ने उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह गांधी परिवार से संबंधित हैं. मुझे लगता है कि उन्हें (कांग्रेस में) आना चाहिए'.

भाजपा ने वरुण गांधी का काटा टिकट : भाजपा ने रविवार को लोकसभा चुनाव के लिए 111 उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं सूची की घोषणा की, जिसमें वरुण गांधी का पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से टिकट काट दिया गया. उत्तर प्रदेश के मंत्री जितिन प्रसाद, जो दो साल पहले कांग्रेस से भाजपा में आए थे, उनको पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है.

2009 में अपने पहले चुनाव में वरुण गांधी ने 4.19 लाख वोटों के साथ पीलीभीत में निर्णायक जीत हासिल की थी. 2014 और 2019 में उनकी बाद की जीत ने परिवार के राजनीतिक प्रभुत्व को और मजबूत किया. प्रसाद, जो मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में दो बार मंत्री थे और राहुल गांधी के शीर्ष सहयोगियों में से एक माने जाते थे, 2014 और 2019 में दो लोकसभा चुनाव हार गए थे. उन्हें 2021 में यूपी विधान परिषद के लिए चुना गया.

उत्तर प्रदेश, जो सबसे अधिक 80 सांसदों को संसद में भेजता है, सभी सात चरणों में मतदान करेगा. चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.

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