नई दिल्ली: ट्रेनों के एसी और स्लीपर क्लास में सफर करने वाले यात्रियों ने अपनी परेशानी जाहिर करते हुए कहा कि अतिरिक्त जनरल कोच जोड़ने से इन श्रेणियों में वेटिंग टिकटों की लंबी सूची कम करने में मदद नहीं मिलेगी. उनका कहना हैकि रेलवे को काउंटर से वेटिंग टिकट लेने वालों के लिए सीट की सुविधा के साथ कुछ कोच जोड़ने चाहिए.
इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए ट्रेन यात्री गफ्फार अली ने ईटीवी भारत से कहा, "मुझे अपने व्यावसायिक उद्देश्य से दिल्ली से कोलकाता जाना है, लेकिन कन्फर्म सीट के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट के कारण या तो मुझे अपना व्यावसायिक दौरा स्थगित करना पड़ता है या परिवहन का कोई अन्य साधन अपनाना पड़ता है, जिसका सीधा असर मेरी जेब पर पड़ता है."
अली ने कहा, "मैंने हाल ही में सुना है कि रेलवे अनारक्षित यात्रियों के लिए अतिरिक्त जनरल कोच जोड़ने जा रहा है, लेकिन इससे हमें कन्फर्म टिकट पाने में मदद नहीं मिलेगी, क्योंकि हमें आरक्षण श्रेणी में अतिरिक्त कोच या ट्रेन की जरूरत है."
एक अन्य यात्री लोचन सिंह ने ईटीवी भारत से कहा, "एसी और स्लीपर क्लास के यात्रियों को वेटिंग टिकट के साथ एक ही समय में दोहरी मार झेलनी पड़ती है, पहला वेटिंग टिकट में हमें सीट नहीं मिलती और दूसरा ऑनलाइन टिकट अपने आप कैंसिल हो जाते हैं और पैसे वापस हो जाते हैं, जिसके बाद हम बिना टिकट के हो जाते हैं, इसलिए हम उसी वेटिंग टिकट के साथ जनरल कोच में यात्रा नहीं कर सकते. ऐसी स्थिति में हमारे पास दूसरा टिकट खरीदने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, जो मेरे जैसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए दयनीय स्थिति है."
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा था कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए अनारक्षित यात्रियों को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनों में करीब 12,000 जनरल कोच जोड़े जाएंगे. वैष्णव ने गैर-एसी कोचों के लिए 2:3 और एसी कोचों के लिए 1:3 का अनुपात बनाए रखते हुए आर्थिक रूप से कमजोर और अन्य दोनों पर संतुलित ध्यान देने पर जोर दिया.
वेटिंग लिस्ट को कम करने के लिए विशेष ट्रेन सेवाएं
इस सवाल का जवाब देते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) कपिंजल किशोर शर्मा ने ईटीवी भारत को बताया, "इन जनरल कोचों को जोड़ने से दूसरी श्रेणी के टिकटों की वेटिंग लिस्ट सीधे प्रभावित नहीं होगी, लेकिन विशेष ट्रेन सेवाएं उस वेटिंग लिस्ट को कम करने में मदद करती हैं क्योंकि रेलवे समय-समय पर विशेष ट्रेनें चलाता है."
इसी तरह उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी और उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने ईटीवी भारत को बताया कि जनरल कोच केवल अनारक्षित यात्रियों के लिए हैं और इससे जनरल यात्रियों को सुविधा मिलेगी. वेटिंग टिकट लिस्ट को कम करने के लिए इसका अन्य श्रेणियों से कोई लेना-देना नहीं है.
यात्री वंश कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से कहा, "रेलवे को कम से कम काउंटर से वेटिंग टिकट लेने वालों के लिए सीट की सुविधा के साथ कुछ कोच जोड़ने चाहिए."