बालोद: नीट यूजी परीक्षा 2024 के दौरान छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ को लेकर अब परिजन लामबंद होने लगे हैं. कुछ नाराज परिजन तो सोमवार को थाने भी शिकायत दर्ज कराने पहुंच गए. खुद कलेक्टर ने कहा है कि ये बड़ी लापरवाही है और इस चूक को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. छात्रों और परिजनों की शिकायत है कि वो सालों से इस परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे थे. उनकी सारी मेहनत बेकार हो गई. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया. बच्चे और उनके परिजन अब प्रशासन से न्याय की जल्द उम्मीद कर रहे हैं.
कलेक्टर ने माना सेंटर पर हुई बड़ी चूक: परीक्षा केंद्र पर हुई इस चूक को कलेक्टर ने गंभीर मामला माना है. खुद कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने डिप्टी कलेक्टर पूजा बंसल को को परीक्षा सेंटर पर भेजा. कलेक्टर ने डिप्टी कलेक्टर को साथ ही निर्दश भी दिए कि वो जल्द जांच शुरु कर बच्चों से भी बात करें. बच्चों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ और लापरवाही पर परीक्षा केंद्र के अधीक्षक ने जरुर एक पत्र लिखकर अपनी गलती स्वीकार की है. परीक्षा केंद्र के अधीक्षक ने ये खत कलेक्टर को भेजा है. नाराज परिजन और छात्र दोनों अब कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
''बड़ी लापरवाही है, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. हमारी कोशिश है कि जांच के बाद जो भी इसमें दोषी है उसपर सख्त कार्रवाई हो. बच्चों के भविष्य से जुड़ा मामला है. पूरी गंभीरता के साथ हम कार्रवाई करेंगे''. - इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, कलेक्टर, बालोद
कैसे हुई लापरवाही: छात्रों के मुताबिक एग्जान के वक्त टीचर ने दो दो प्रश्न पत्र दे दिए. पहले प्रश्न पत्र का जवाब हल करने के बाद उसे जमा करने को कहा गया. कुछ ही देरी बाद दूसरे पेपर को हल करने के लिए बोला गया. परीक्षा सेंटर पर हुए इस गफलत के चलते छात्रों का काफी वक्त बर्बाद हुआ. बाद में छात्रों को पेपर करने के लिए अतिरिक्त समय भी नहीं दिया गया. जिसके चलते बच्चे अपने पेपर को पूरा नहीं कर पाए. केंद्र अधीक्षक की गलती का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ा. बच्चों के परिजनों को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होने सेंटर पर हंगामा किया. स्कूल में परीक्षा रहे लोगों को बाहर नहीं जाने दिया. काफी देर तक स्कूल के बाहर बवाल होता रहा. अब छात्रों को उम्मीद है कि कलेक्टर जांच के बाद उनको सही न्याय दिला पाएंगे.