नई दिल्ली: शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जमानत पर बाहर हैं तो इसके लिए वे देश के संविधान और वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को इसका श्रेय देते नहीं थक रहे. शुक्रवार को तिहाड़ जेल से बाहर निकलने के बाद भी उन्होंने इसका कई बार जिक्र किया, तो शनिवार को पार्टी कार्यालय में भी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के क्रम में दोहराया.
शनिवार शाम को मनीष सिसोदिया अभिषेक मनु सिंघवी के घर उनको शुक्रिया अदा करने गए. उनके साथ आप सांसद संजय सिंह और मंत्री आतिशी भी साथ थीं. मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुकदमे की सुनवाई के दौरान मैंने सारी चीजें बहुत ध्यान से पढ़ी थीं. बाबा साहब ने करीब 75 साल पहले ही इस बात का अंदाजा लगा लिया था कि भविष्य में ऐसा भी होगा कि कभी कोई तानाशाही ताकत आकर आतंकवादी और ड्रग माफियाओं पर लगाए जाने वाले कानून को आम आदमी, व्यापारी और विपक्षी नेताओं पर लगाएगी, तो इस वक्त यह संविधान उनकी रक्षा करेगा. जब एक तानाशाह सरकार जेल और कानून का दुरुपयोग करेगी, तो 75 साल पहले ही उस महान शख्सियत ने लिख दिया था कि मैं ऐसा संविधान दे रहा हूं जो लोगों की रक्षा करेगा. आज हम संविधान की ताकत से यहां खड़े हैं.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बाबा साहब के संविधान का उपयोग कर इस तानाशाही को कुचल दिया और इसे गलत ठहराया. इस दौरान मनीष सिसोदिया ने अपने वकीलों, समर्थकों और कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि मैं जेल में था और आप बाहर आंदोलन कर रहे थे. अरविंद केजरीवाल जेल में हैं और आप सड़कों पर डंडे खा रहे है. हमारे वकील एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट में धक्के खा रहे थे. जेल में बंद किसी भी व्यक्ति के लिए वकील भगवान के समान होता है. अभिषेक मनु सिंघवी मेरे लिए भगवान स्वरूप हैं. उन्होंने इस पूरी कानूनी लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया और जल्द ही अरविंद केजरीवाल को भी बाहर लाएंगे.
ये भी पढ़ें: पार्टी में जोशीला भाषण देकर मनीष सिसोदिया की एंट्री, सरकार में जिम्मेदारी संभालने में अभी लगेगा समय, जानिए कारण
ये भी पढ़ें: सीएम केजरीवाल के बंगले के निर्माण में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में CPWD के तीन इंजीनियर सस्पेंड