नई दिल्ली: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सरकार ने शनिवार को एक बार फिर विधानसभा में बहुमत साबित किया. विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने विश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित किया. दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा लाए गए विश्वास मत प्रस्ताव पर शनिवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने अपनी बातें रखीं.
विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक राजेश गुप्ता और कुलदीप ने कहा कि उन्हें बीजेपी ने खरीदने की कोशिश की, उन्हें मंत्री पद और पैसे देने का प्रलोभन दिया. चर्चा के अंत में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने करीब 40 मिनट का संबोधन दिया. उसके बाद विश्वास मत पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल द्वारा प्रस्ताव के समर्थन में 54 आप विधायकों ने समर्थन किया.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, मैंने जो विश्वास मत प्रस्ताव रखा था, उसका मैं पूरा समर्थन करता हूं. हमारे 62 एमएलए हैं. विधानसभा में 54 मौजूद हैं, दो एमएलए बीमार हैं, तीन शहर से बाहर हैं. दो जेल में है और एक आप एमएलए के यहां शादी है.
विधानसभा में मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन ने कहा कि इस हाउस में हमारा बहुमत है. विश्वास प्रस्ताव लाने की जरूरत क्यों पड़ी है? पहले ही बता चुका हूं. हमारे एमएलए के पास बीजेपी वाले आए, जिन्होंने कहा कि केजरीवाल अरेस्ट होने वाला है. उसके बाद हम उनकी सरकार गिरा देंगे. हमने अपने विधायकों से संपर्क किया. हमारे विधायक को कह रहे हैं कि सबूत दो तो हम सबूत कहां से दें. जब इस तरह की बातें कोई विधायकों से करता है तो वह टेप रिकॉर्डर लेकर थोड़े ही घूमता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल को तो गिरफ्तार कर लोगे, लेकिन केजरीवाल की सोच को कैसे गिरफ्तार करोगे. एक केजरीवाल को गिरफ्तार कर लोगे तो भारत मां की कोख से एक लाख केजरीवाल पैदा हो जाएंगे. जिस तरह से इन्होंने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है, हमारे इतने नेताओं को गिरफ्तार कर लिया. हमारा सारा काम रोकने की कोशिश कर रहे हैं, धमकियां दे रहे हैं, देश का बच्चा-बच्चा देख रहा है कि यहां क्या हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पार्कों के अंदर चर्चा होने लगी है कि चल क्या रहा है? लोग एक प्रश्न पूछने लगे हैं कि क्या मोदी जी केजरीवाल को खत्म करना चाहते हैं.
2029 में बीजेपी को सिर्फ आम आदमी पार्टी से खतरा: केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी को अगर किसी से खतरा है तो वह सिर्फ आम आदमी पार्टी से है. इसमें कोई अहंकार नहीं है. 2024 में बीजेपी लोकसभा चुनाव नहीं हारी तो 2029 में आम आदमी पार्टी इस देश को बीजेपी से मुक्ति दिलाएगी. हमारी पार्टी 26 नवंबर 2012 को रजिस्टर की गई थी. मात्र 10 साल के अंदर तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हमारी पार्टी की प्रचंड जीत को देख बीजेपी हमें कुचलना चाहती है. 30 साल से गुजरात में सरकार है, 15 साल से मध्यप्रदेश में है. बीजेपी को आज मैं चैलेंज करता हूं कि एक राज्य में बिजली फ्री करके दिखा दो. पंजाब व दिल्ली में हमनें शानदार स्कूल बना दिया. तुम भी कुछ अच्छा काम करके दिखाओ. भगवान राम ने कभी नहीं कहा था कि गरीबों की दवाई रोको. दुश्मनी मुझसे है... केजरीवाल से है तो दिल्ली के दो करोड़ लोगों से क्यों बदला ले रहे हो?
केजरीवाल बोले चपरासी तक का ट्रांसफर नहीं कर सकता: केजरीवाल ने कहा कि लोगों को लगता है सरकार हमारी है तो उसे काम करने से कौन रोक सकता है. लोगों के मन में यह सवाल आता होगा. सर्विसेज केंद्र के अंदर है. यानी अधिकारियों पर नियंत्रण इनके पास है. सरकार में अफसरशाही पर इनका कंट्रोल है. आज अगर मेरा चपरासी मेरे कमरे में चाय पिलाने आता है, अगर वह कल नहीं आता है तो वे उसका ट्रांसफर भी नहीं कर सकते. एक-एक अफसर को बुलाकर धमकी दी जा रही है. उन्हें कहा जा रहा है कि अगर तुमने सरकार का काम किया तो जेल भेज देंगे, सस्पेंड कर देंगे. हमारे ऊपर झूठा केस बना देंगे.
विपक्ष से बोले, बीजेपी के पास इतना पैसा कहां से आता: केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी के लोग हम पर घोटाले का आरोप लगा रहे हैं. चलो आप भी बता दो कि हमारे विधायकों को खरीदने के लिए करोड़ों रुपए देने के लिए पैसा कहां से आ रहा है.
विधानसभा भंग करने की चर्चा: मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश के सामने दो तरह की राजनीति है. एक पाप की राजनीति दूसरी पुण्य की राजनीति. अब लोगों को तय करना है कि वह किसे पसंद करते है. चर्चा है कि लोकसभा चुनाव हो जाए, उसके बाद को संविधान बदलकर दिल्ली को फुल यूनियन टेरिटरी बना देंगे. उसके बाद विधानसभा खत्म कर देंगे. अरे किसी के बाप की जागीर है कि विधानसभा खत्म कर देंगे? विधानसभा भंग करें या ना करें, हम सेवा के लिए आए हैं.
मुख्यमंत्री के संबोधन से पहले विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने अपने संबोधन में कहा कि वे सरकार द्वारा लाए गए विश्वास मत प्रस्ताव का विरोध करते हैं. दिल्ली की जनता का ध्यान भटकने के लिए सरकार विश्वास मत प्रस्ताव लेकर आई है. आम आदमी पार्टी के विधायकों को खरीद-फरोख्त करने के आरोप मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हम पर लगाए हैं. हमने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से शिकायत कर आरोपों की जांच करने की अपील की है. यदि आरोपों में सच्चाई है तो फिर कड़ी कार्रवाई की जाए. लेकिन दुख इस बात का है कि ये लोग दिल्ली पुलिस को सहयोग नहीं कर रहे हैं.
इनसे आग्रह करूंगा जांच में सहयोग करें. नेता विपक्ष ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से शराब घोटाले पर उनके स्पष्टीकरण की भी मांग की. मुख्यमंत्री निवास के निर्माण में नियमों की अनदेखी करने पर भी नेता विपक्ष ने मुख्यमंत्री से सफाई मांगी है. शराब घोटाला में आरोपियों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार ने अभी तक 28 करोड़ रुपये वकीलों के फीस के तौर पर खर्च किये हैं यह कितना उचित है.
दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक विनय मिश्रा ने कहा कि एक दिन उनके घर दिल्ली सरकार के बड़े अधिकारी आए और वह मेरे पिताजी से मिले. उन्होंने कहा कि वह विनय मिश्रा से मिलना चाहते हैं. उसके बाद वह उनके पास आए और उन्होंने कहा कि जल्दी अरविंद केजरीवाल अरेस्ट हो जाएंगे. अच्छा होगा आप बीजेपी में चले जाओ. आम आदमी पार्टी के विधायक गोविंद ऋतुराज ने कहा कि विधायक कुलदीप समेत अन्य को बीजेपी के लोग 25-25 करोड़ रुपए का ऑफर दे रहे हैं. बीजेपी पूंजीपतियों की दलाल है.
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आम आदमी पार्टी के विधायक सही राम ने कहा कि बीजेपी की इतने राज्यों में सरकार है. क्या दिल्ली में जिस तरह मोहल्ला क्लीनिक है, स्कूल है, महिलाओं के लिए योजनाएं हैं, बीजेपी के किसी राज्य में वैसी योजनाएं हैं... नहीं हैं क्योंकि उनकी नीयत ठीक नहीं है. इसलिए सरकार को गिराना चाहते हैं. विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि देश में काम के गारंटी की अगर किसी ने शुरुआत की है तो वह अरविंद केजरीवाल ने की है.