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केरल में निपाह: नाबालिग की मौत के बाद ICMR टीम पहुंची कोझिकोड - ICMR Team Reached Kozhikode

NIPAH Outbreak: निपाह की रोकथाम के लिए ICMR की टीम कोझिकोड पहुंची. टीम में चार वैज्ञानिक और दो तकनीशियन शामिल हैं. बता दें, ICMR राज्य के स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर निवारक उपायों, जांच और उपचार पर काम करेगा. पढ़ें पूरी खबर...

NIPAH Outbreak
ICMR की विशेषज्ञ टीम पहुंची कोझिकोड (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 22, 2024, 11:06 AM IST

कोझिकोड: केरल में घातक निपाह वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. वायरस से संक्रमित एक बच्चे की मौत के बाद, आईसीएमआर की छह सदस्यीय विशेषज्ञ टीम सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों में राज्य का समर्थन करने के लिए कोझीकोड पहुंची है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मामले की जांच, महामारी विज्ञान संबंधों की पहचान और तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग की सहायता के लिए एक बहु-सदस्यीय संयुक्त प्रकोप प्रतिक्रिया टीम तैनात करने का फैसला किया है.

ICMR ने मृतक लड़के के संपर्क में आए लोगों के अतिरिक्त सैंपल की जांच के लिए कोझीकोड में एक मोबाइल बीएसएल-3 लेबोरेटरी भी भेजी है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने पुष्टि की कि संपर्क सूची में शामिल लोगों से लिए गए सात नमूनों की जांच नकारात्मक आई है. वर्तमान में, 330 लोग संपर्क सूची में हैं, जिनमें 68 स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल हैं और उनमें से 101 हाई रिस्क वाली कैटेगरी में हैं.

निपाह प्रोटोकॉल के अनुसार कल वायरस से मरने वाले 14 वर्षीय लड़के का अंतिम संस्कार किया गया. निवारक उपायों के तहत, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बुखार के लक्षणों वाले लोगों की पहचान करने के लिए कंटेनमेंट जोन में घर-घर जाकर सर्वेक्षण शुरू किया. बता दें, निपाह, एक चमगादड़ जनित जूनोटिक वायरस है जिसकी मृत्यु दर बहुत अधिक है, पहली बार 2018 में केरल में रिपोर्ट किया गया था. तब से, राज्य में चार बार निपाह के मामलों की पुष्टि हो चुकी है.

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कोझिकोड: केरल में घातक निपाह वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. वायरस से संक्रमित एक बच्चे की मौत के बाद, आईसीएमआर की छह सदस्यीय विशेषज्ञ टीम सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों में राज्य का समर्थन करने के लिए कोझीकोड पहुंची है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मामले की जांच, महामारी विज्ञान संबंधों की पहचान और तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग की सहायता के लिए एक बहु-सदस्यीय संयुक्त प्रकोप प्रतिक्रिया टीम तैनात करने का फैसला किया है.

ICMR ने मृतक लड़के के संपर्क में आए लोगों के अतिरिक्त सैंपल की जांच के लिए कोझीकोड में एक मोबाइल बीएसएल-3 लेबोरेटरी भी भेजी है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने पुष्टि की कि संपर्क सूची में शामिल लोगों से लिए गए सात नमूनों की जांच नकारात्मक आई है. वर्तमान में, 330 लोग संपर्क सूची में हैं, जिनमें 68 स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल हैं और उनमें से 101 हाई रिस्क वाली कैटेगरी में हैं.

निपाह प्रोटोकॉल के अनुसार कल वायरस से मरने वाले 14 वर्षीय लड़के का अंतिम संस्कार किया गया. निवारक उपायों के तहत, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बुखार के लक्षणों वाले लोगों की पहचान करने के लिए कंटेनमेंट जोन में घर-घर जाकर सर्वेक्षण शुरू किया. बता दें, निपाह, एक चमगादड़ जनित जूनोटिक वायरस है जिसकी मृत्यु दर बहुत अधिक है, पहली बार 2018 में केरल में रिपोर्ट किया गया था. तब से, राज्य में चार बार निपाह के मामलों की पुष्टि हो चुकी है.

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