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रामलला के मस्तक पर सजने के इंतजार में हीरों से बना 11 करोड़ का मुकुट, उपहारों के लग चुके हैं ढेर

अयोध्या में रामलला (Ayodhya Ramlala Precious Gift) को रामभक्त लगातार तरह-तरह के उपहार भेंट कर रहे हैं. भगवान के लिए उपहारों के इतने ढेर लग चुके हैं कि पुजारी को भी समय नहीं मिल पा रहा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 28, 2024, 6:39 AM IST

अयोध्या : रामनगरी में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. रोजाना दर्शन के लिए लाखों भक्तों की भीड़ जुट रही है. रामलला के लिए दुनियाभर के राम भक्तों की ओर से कई खास और कीमती उपहार भेजे जा चुके हैं. इनमें से एक 11 करोड़ का हीरों से बना मुकुट भी है. यह रामलला के मस्तक पर सजने के इंतजार में है. पुजारी को आभूषण और वस्त्रों को रामलला को पहनाने और सजाने के लिए समय नहीं मिल पा रहा है.

रामलला के मस्तक पर पहले से ही खास मुकुट विराजमान है.
रामलला के मस्तक पर पहले से ही खास मुकुट विराजमान है.

सूरत के हीरा व्यापारी ने दी थी खास भेंट : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले और बाद में भी भगवान के लिए उपहारों के आने का सिलसिला जारी है. रामलला के लिए खास वस्त्र और आभूषणों के ढेर लग चुके हैं. इन सभी को एक साथ रामलला को समर्पित करना संभव नहीं हो पा रहा है. सूरत के हीरा व्यापारी और ग्रीनलेब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल ने रामलला के लिए हीरा, सोना और चांदी जड़ित मुकुट मंदिर के ट्रस्टियों को दिया है. 6 किलो वजनी इस मुकट में साढ़े चार किलो सोने का इस्तेमाल किया गया है. इस मुकुट में छोटी-बड़ी साइज के हीरे, मणिक, मोती, नीलम रत्न भी लगाए गए हैं. अब यह मुकुट भगवान राम के सिर पर शोभायमान होगा. मुकुट श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को भेंट किया जा चुका है. हालांकि पहले से ही प्रभु श्री राम के मस्तक पर बेहद सुंदर और बेसकीमती मुकुट विराजमान है, लिहाजा 11 करोड़ का मुकुट अभी रामलला के मस्तक पर स्थान मिलने के इंतजार में है.

रामलला के लिए उपहारों के ढेर लग चुके हैं.
रामलला के लिए उपहारों के ढेर लग चुके हैं.

रोजाना लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे : बता दें कि प्रतिदिन दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु बड़ी मात्रा में रामलला को अपनी क्षमता के अनुसार उपहार भेंट कर रहे हैं. वहीं राम मंदिर में लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. अभी भी अयोध्या में प्रवेश के सभी मार्गों पर चार पहिया वाहनों का शहर में प्रवेश वर्जित है. रेल ट्रैक दोहरीकरण के चलते अभी भी नियमित रूप से संचालित होने वाली ट्रेनों का संचालन नहीं शुरू हो पाया है. बावजूद इसके बड़ी संख्या में हवाई यातायात और परिवहन सेवा के माध्यम से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले सप्ताह भर बाद रेल और बस यातायात सुचारू रूप से शुरू होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी. अयोध्या में इन दिनों बेहद कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस वजह से श्रद्धालुओं को भी काफी सुविधा हो रही है.

यह भी पढ़ें : रामलला के दर्शन के लिए वानर रूप में गर्भ गृह पहुंचे 'बजरंगबली', अपने आराध्य को देखा फिर भीड़ से होकर निकल गए

अयोध्या : रामनगरी में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. रोजाना दर्शन के लिए लाखों भक्तों की भीड़ जुट रही है. रामलला के लिए दुनियाभर के राम भक्तों की ओर से कई खास और कीमती उपहार भेजे जा चुके हैं. इनमें से एक 11 करोड़ का हीरों से बना मुकुट भी है. यह रामलला के मस्तक पर सजने के इंतजार में है. पुजारी को आभूषण और वस्त्रों को रामलला को पहनाने और सजाने के लिए समय नहीं मिल पा रहा है.

रामलला के मस्तक पर पहले से ही खास मुकुट विराजमान है.
रामलला के मस्तक पर पहले से ही खास मुकुट विराजमान है.

सूरत के हीरा व्यापारी ने दी थी खास भेंट : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले और बाद में भी भगवान के लिए उपहारों के आने का सिलसिला जारी है. रामलला के लिए खास वस्त्र और आभूषणों के ढेर लग चुके हैं. इन सभी को एक साथ रामलला को समर्पित करना संभव नहीं हो पा रहा है. सूरत के हीरा व्यापारी और ग्रीनलेब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल ने रामलला के लिए हीरा, सोना और चांदी जड़ित मुकुट मंदिर के ट्रस्टियों को दिया है. 6 किलो वजनी इस मुकट में साढ़े चार किलो सोने का इस्तेमाल किया गया है. इस मुकुट में छोटी-बड़ी साइज के हीरे, मणिक, मोती, नीलम रत्न भी लगाए गए हैं. अब यह मुकुट भगवान राम के सिर पर शोभायमान होगा. मुकुट श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को भेंट किया जा चुका है. हालांकि पहले से ही प्रभु श्री राम के मस्तक पर बेहद सुंदर और बेसकीमती मुकुट विराजमान है, लिहाजा 11 करोड़ का मुकुट अभी रामलला के मस्तक पर स्थान मिलने के इंतजार में है.

रामलला के लिए उपहारों के ढेर लग चुके हैं.
रामलला के लिए उपहारों के ढेर लग चुके हैं.

रोजाना लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे : बता दें कि प्रतिदिन दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु बड़ी मात्रा में रामलला को अपनी क्षमता के अनुसार उपहार भेंट कर रहे हैं. वहीं राम मंदिर में लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. अभी भी अयोध्या में प्रवेश के सभी मार्गों पर चार पहिया वाहनों का शहर में प्रवेश वर्जित है. रेल ट्रैक दोहरीकरण के चलते अभी भी नियमित रूप से संचालित होने वाली ट्रेनों का संचालन नहीं शुरू हो पाया है. बावजूद इसके बड़ी संख्या में हवाई यातायात और परिवहन सेवा के माध्यम से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले सप्ताह भर बाद रेल और बस यातायात सुचारू रूप से शुरू होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी. अयोध्या में इन दिनों बेहद कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस वजह से श्रद्धालुओं को भी काफी सुविधा हो रही है.

यह भी पढ़ें : रामलला के दर्शन के लिए वानर रूप में गर्भ गृह पहुंचे 'बजरंगबली', अपने आराध्य को देखा फिर भीड़ से होकर निकल गए

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